देवेंद्र फड़नवीस के बयान पर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक बोले- भारत, पाक व बांग्लादेश को आपस में फिर से मिला देना चाहिए
By अनुराग आनंद | Published: November 23, 2020 10:47 AM2020-11-23T10:47:21+5:302020-11-23T12:27:39+5:30
एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि जिस तरह से देवेंद्र फड़नवीस जी ने कहा है कि समय आएगा कराची भारत का हिस्सा होगा।
मुंबई: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाकर एक देश बनाने के भाजपा के इस कदम का स्वागत करेगी।
एनडीटीवी के मुताबिक, एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि जिस तरह से देवेंद्र फड़नवीस जी ने कहा है कि समय आएगा कराची भारत का हिस्सा होगा। हम कह रहे हैं कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का विलय होना चाहिए। अगर बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किया जा सकता है तो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश क्यों नहीं मिलाया जा सकता है?
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा इन तीन देशों का विलय करना चाहती है और एक ही देश बनाना चाहती है, तो हम निश्चित रूप से इसका स्वागत करेंगे। श्री मलिक ने एएनआई से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस के करांची पर किए गए टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर यह बात कही है।
देवेंद्र फड़नवीस ने करांची के मामले में ये कहा था-
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा था कि उनका 'अखंड भारत' में पूरा विश्वास है। उन्होंने कहा था कि 'हमें लगता है कि एक दिन कराची भी भारत का हिस्सा होगा।' फड़नवीस ने यह बात मुंबई की एक घटना को लेकर कही जिसमें एक शिवसेना कार्यकर्ता ने मिठाई की एक दुकान के नाम से 'कराची' हटाने को कहा है क्योंकि वह पाकिस्तानी शहर है। उसने बांद्रा में 'कराची स्वीट्स' के मालिक से कहा कि वह कोई ऐसा नाम रखे जो भारतीय या मराठी हो।
आगामी बीएमसी चुनाव पर महाराष्ट्र में मंत्री ने ये कहा-
श्री नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के साथ बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव लड़ना चाहती है जो महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार का हिस्सा हैं।
बता दें कि बीएमसी चुनाव में अभी 15 महीने बाकी हैं। हर पार्टी को अपनी पार्टी के लिए काम करने का अधिकार है, और हर पार्टी ऐसा कर रही है। हम अपनी पार्टी को भी मजबूत कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि जो लोग तीनों पार्टियों की सरकार चला रहे हैं। एक साथ चुनाव लड़ना चाहिए।