nagpur gram panchayat election 2021: नागपुर जिले की 129 ग्राम पंचायतों के सरपंच और उपसरपंच पद के लिए गुरुवार को चुनाव हुआ.
इसमें कांग्रेस ने सबसे ज्यादा जगहों पर अपना परचम लहराया है. 61 ग्राम पंचायतों में कांग्रेस समर्थित सरपंच निर्वाचित हुए. भाजपा ने 35 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की. राकांपा ने 15, शिवसेना 3, वंचित बहुजन आघाड़ी और मनसे 1-1 तथा शेष जगहों पर महाविकास आघाड़ी समर्थित पैनल के सरपंच विजयी हुए.
नरखेड़ तहसील की मदना, पेठ इस्माईलपुर, खैरगांव, कलमेश्वर तहसील की सावंगी (तोमर), सावनेर तहसील की नांदोरी, जैतपुर, सोनपुर तथा रामटेक तहसील की दाहोदा ग्राम पंचायत में आरक्षित संवर्ग का प्रत्याशी नहीं होने से सरपंच का पद रिक्त रह गया. इसी प्रकार, पारशिवनी तहसील की बोरी सिंगारदीप ग्राम पंचायत में अनु. जाति की महिला के लिए आरक्षित जगह पर पुरुष प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया, जिससे चुनाव नहीं हो पाया. केवल उपसरपंच पद के लिए वोटिंग हुई.
भाजपा को दी करारी शिकस्तः जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र मुलक ने कहा कि इस चुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर कड़ी मेहनत की. कांग्रेस पर दिखाए गए विश्वास के लिए उन्होंने मतदाताओं का आभार माना. मुलक के अनुसार 83 ग्राम पंचायतों में कांग्रेस समर्थित सरपंच निर्वाचित हुए हैं.
आघाड़ी सरकार की नैतिक हारः भाजपा के जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये ने कहा कि अनेक ग्राम पंचायतों में सत्ता का दुरुपयोग किया गया. सदस्यों की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त हुई. इसके बावजूद भाजपा समर्थित 73 सरपंच और 70 उपसरपंच विजयी होने का दावा उन्होंने किया गया. गजभिये के अनुसार ग्राम पंचायत चुनाव में हुई पराजय महाविकास आघाड़ी सरकार की नैतिक हार है.
शिवसेना ने किया दमदार प्रदर्शनः सांसद कृपाल तुमाने के अनुसार शिवसेना ने जिले में दमदार प्रदर्शन किया है. नरखेड़ तहसील के मदना, महेंद्र तथा सावनेर तहसील के खुसार्पार में शिवसेना समर्थित सरपंच चुने गए. रामटेक, कामठी और उमरेड विधानसभा क्षेत्र में 10 सरपंच और 15 उपसरपंच निर्वाचित हुए हैं. भाजपा को निराशा का सामना करना पड़ा है. महाविकास आघाड़ी पर जनता ने विश्वास दर्शाया.