मध्य प्रदेश: शिवराज चौहान ने कहा- अल्पमत में होने के बाद सरकार रोज कर रही नए-नए फैसले
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 18, 2020 06:06 AM2020-03-18T06:06:05+5:302020-03-18T06:06:05+5:30
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई किए जाने के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री को यह समझ लेना चाहिए कि आंकड़े का गणित साफ है, वे अल्पमत में है. हमारे पास बहुमत है. उन्हें इधर-उधर की बात न करके सीधे फ्लोर टेस्ट करा लेना चाहिए.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की कमलनाथ सरकार अल्पमत में है और फिर भी रोज नए-नए फैसले कर रही है. उन्होंने दावा किया कि यह सरकार जल्द ही गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इधर-उधर की बात न करके जल्द फ्लोर टेस्ट करा लेना चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनवाई किए जाने के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री को यह समझ लेना चाहिए कि आंकड़े का गणित साफ है, वे अल्पमत में है. हमारे पास बहुमत है. उन्हें इधर-उधर की बात न करके सीधे फ्लोर टेस्ट करा लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर वे बहुमत में है तो डर क्यों रहे हैं. फ्लोर टेस्ट के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. चौहान ने कहा कि यह सरकार अल्पमत में है, उसके बाद भी रोज नए फैसले कर रही है. शोभा ओझा को महिला आयोग का अध्यक्ष बना दिया गया. वहीं उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है. सत्यमेव जयते, सत्य की विजय होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरोप लगा रही थी कि बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक बंधक बनाए गए हैं. जबकि उन विधायकों ने यह स्पष्ट कर दिया है वह अपनी मर्जी से इस सरकार के खिलाफ वहां है.
कोरोना में सांसे ढूंढ रही कांग्रेस
राज्य के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर गलत बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह दुखद प्रसंग है कि सोमवार को मुख्यमंत्री ने मीडिया में कहा कि भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है, ऐसा कुछ नहीं है. यह शत-प्रतिशत झूठ है और गलत है.
मिश्रा ने कहा कि यह सरकार भागने की कोशिश कर रही है. हमने राज्यपाल के सामने अपना पक्ष रख दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा ना मुख्यमंत्री, ना विधानसभा अध्यक्ष, ना कोई सरकार का नुमाइंदा सुनवाई में पहुंचा. हैरानी की बात है वकील तक उपस्थित नहीं हुआ. किस तरह से भाग रहे है, रण छोड़ रहे हैं. ये इस बात का संकेत है कि जिस कोरोना ने दुनिया की सांसे अवरुद्ध कर रखी है उसी में कांग्रेस अपनी सांसे ढंूढ रही है. बैंगलुरु में विधायकों के बंधक बनाकर रखने के आरोप को लेकर मिश्रा ने कहा कि इसका जवाब आज खुद विधायकों ने कांग्रेस को दे दिया है.