MP Ki Taza Khabar: कांग्रेस MLA संजय शुक्ला का दावा- रिजॉर्ट में 84 विधायक मौजूद, बेंगलुरु गए नेता भी कमलनाथ सरकार के साथ
By धीरज पाल | Published: March 14, 2020 01:13 PM2020-03-14T13:13:11+5:302020-03-14T13:17:54+5:30
मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिधिंया के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायकों ने त्यागपत्र भेजा था।
मध्य प्रदेश: कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने दावा किया है कि राजस्थान के ब्यूना विस्ता रिजॉर्ट पर 84 विधायक हैं। जबकि उन्होंने यह भी कहा कि हमारे कांग्रेस परिवार के जो सदस्य बेंगलुरु गए हैं वो भी हमारे साथ है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक शुक्ला ने कहा कि हम यहां सरकार बचाने के लिए नहीं, बल्कि सरकार के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कलमनाथ को बोला कि हम एकसाथ रहेंगे, हम एक परिवार के लोग हैं। मालूम हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले 19 विधायक बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए हैं।
इससे पहले विधायक संजय शुक्ला ने कहा था कि कांग्रेस के 84 विधायक फिलहाल जयपुर में हैं। हमारे कुछ अन्य विधायकों और मंत्रियों ने भोपाल में ही मुख्यमंत्री कमलनाथ की अगुवाई में मोर्चा संभाला हुआ है। कमलनाथ सरकार को कोई खतरा नहीं है क्योंकि हम सब पूरी तरह एकजुट हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस MLA संजय शुक्ला: हम यहां(ब्यूना विस्ता रिजॉर्ट) पर 84लोग हैं, हम यहां सरकार बचाने के लिए नहीं, हम सरकार के साथ हैं। हमने कमलनाथ जी को बोला कि हम लोग एकसाथ रहेंगे, हम एक परिवार के लोग हैं। हमारे कांग्रेस परिवार के जो सदस्य बेंगलुरु गए हैं वो भी हमारे साथ हैं। pic.twitter.com/6ZtXlZgL80
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2020
सिंधिया समर्थक विधायकों का बेंगलुरु से भोपाल वापस आने का कार्यक्रम हुआ रद्द
बेंगलुरु में ठहरे मध्यप्रदेश कांग्रेस के सिंधिया खेमे के विधायकों का भोपाल आने का कार्यक्रम अंतिम क्षणों में बेंगलुरु हवाई अड्डे पर रद्द हो गया। भाजपा में शामिल हुए सिंधिया के कट्टर समर्थक पंकज चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बताया कि यहां भोपाल हवाई अड्डे पर कांग्रेस कार्यकर्ता लाठी-डंडों के साथ जमा हो गए थे, इसलिए सुरक्षा कारणों के चलते अंतिम क्षणों में बेंगलुरु हवाई अड्डे से भोपाल के लिए उड़ान भरने का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि फिलहाल ये विधायक बेंगलुरु में ही हैं। इससे पहले टीवी चैनलों में इन विधायकों को बेंगलुरु हवाई अड्डे के लाऊंज में इंतजार में बैठे होने के वीडियो फुटेज भी दिखाए थे। मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिधिंया के कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायकों ने त्यागपत्र भेजा था।
विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए तत्पर, कांग्रेस विधायकों कैद में: मुख्यमंत्री कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए तत्पर रहने की बात करते हुए भाजपा पर कांग्रेस विधायकों को कैद में रखने का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने शुक्रवार को यहां राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और उन्हें एक सत्र सौंपा। पत्र में उन्होंने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल होने और कांग्रेस के विधायकों को कैद में रखने का आरोप लगाया है।
राजभवन में टंडन से मुलाकात के बाद कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कभी भी शक्ति परीक्षण किया जा सकता है। मैंने होली के मौके पर राज्यपाल को शुभकामनाएं दी हैं। हमारे 22 विधायकों को बंदी बनाकर रखा गया है। मैंने उन्हें एक पत्र सौंपकर भाजपा द्वारा विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है। मैंने मांग की है कि इन विधायकों को तुरंत रिहा किया जाए।’’
कांग्रेस प्रवक्ता द्वारा मीडिया को जारी इस पत्र में कमलनाथ ने 16 मार्च से शुरु होने वाले बजट सत्र के दौरान शक्ति परीक्षण कराने की अपनी इच्छा व्यक्त की है मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा, ‘‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक जिम्मेदार नेता के रूप में मैं अध्यक्ष द्वारा पहले से ही अधिसूचित निर्धारित तिथि पर 16 मार्च, 2020 से मध्यप्रदेश विधान सभा के आगामी सत्र में अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण का स्वागत करूंगा।’’