भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के विधानसभा में शक्ति परीक्षण के पूर्व ही इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कल दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री निवास पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है. इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने आज कमलनाथ सरकार को कल (19 मार्च) शाम को बहुमत साबित करने के निर्देश दिए थे.
इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने 16 बागी विधायकों के इस्तीफे भी मंजूर कर लिए हैं. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने विश्वास मत प्राप्त करने की कार्रवाई के लिए कोई सूचना जारी नहीं की है. सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ इसमें मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने से लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटीशन दायर करने की घोषणा कर सकते हैं.
आज रात कमलनाथ ने देर रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक की. उसमें उन्होंने कहा कि भाजपा की हर चुनौती का मिलकर मुकाबला करेंगे. हम निराश नहीं हैं और आज भी एकजुट हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर वह विधि विशेषज्ञों से चर्चा के बाद ही अगला कदम उठाएंगे.
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में 22 सिंधिया समर्थकों की बगावत के बाद विधानसभा में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई है. इनमें से 6 मंत्रियों का इस्तीफा पहले ही विधानसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया है था.शेष 16 विधायक बेंगलुरु में हैं तथा उनसे मिलने के कांग्रेस नेताओं के सारे प्रयास विफल हो गए हैं.
सूत्रों के अनुसार, संख्याबल जुटाने में असमर्थ होता देख कमलनाथ कल इस्तीफा देने की घोषणा कर सकते हैं. सूत्रों ने यह संभावना जताई कि कल बहुमत परीक्षण का कांग्रेस विधायक बहिष्कार कर दें. वैसे कांग्रेस ने पार्टी विधायकों को व्हिप जारी कर बहुमत परीक्षण के दौरान सरकार के पक्ष में मतदान करने का निर्देश दिया है. भाजपा ने भी अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है.