लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर राजकीय संरक्षण गृह में लड़कियों के कोरोना संक्रमित और कुछ के गर्भवती होने की घटना को लेकर प्रदेश की सरकार पर मंगलवार (23 जून) को हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा के मामले में सरकार उदासीन, लापरवाह और गैर जिम्मेदार है। मायावती ने ट्वीट किया, ''कानपुर राजकीय संरक्षण गृह में काफी बहन-बेटियों के कोरोना संक्रमित होने और कुछ के गर्भवती होने की खबर से सनसनी एवं चिन्ता की लहर दौड़ना स्वाभाविक ही है जो पुनः साबित करता है कि यूपी में महिला सम्मान तो दूर उनकी सुरक्षा के मामले में सरकार उदासीन, लापरवाह व गैर-जिम्मेदार बनी हुयी है।'
उन्होंने कहा, ''इससे पहले आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ अन्याय के मामले में जब सरकार ने सख्त कार्रवाई की थी तो लगा था कि देर आए दुरुस्त आए, किन्तु सर्वसमाज की बहन-बेटियों के साथ लगातार होने वाली अप्रिय घटनाओं से स्पष्ट है कि आजमगढ़ की कार्रवाई केवल एक अपवाद थी, सरकार की नीति का हिस्सा नहीं।''
मायावती ने कहा, ''अतः बीएसपी की मांग है कि यूपी सरकार कानपुर बालिका संरक्षण गृह की घटना की लीपापोती न करे बल्कि इसको गंभीरता से ले और इसकी उच्च-स्तरीय निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।'' उन्होंने कहा, ''साथ ही, सरकार यूपी के सभी बालिका गृह की व्यवस्था में अविलम्ब जरूरी मानवीय सुधार लाए तो बेहतर है ।''
अखिलेश यादव ने कहा- शेल्टर होम में सात लड़कियों के गर्भवती होने के मामले की हो जांच
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर के सरकारी बालिका संरक्षण गृह में रखी गई सात लड़कियों के गर्भवती होने के मामले की जांच की मांग की है। अखिलेश ने सोमवार (22 जून) को एक ट्वीट में कहा "कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह से आई ख़बर से प्रदेश में आक्रोश फैल गया है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना वायरस से और एक एड्स से भी ग्रसित पाई गयी है, इनका तत्काल इलाज हो।" प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की कि सरकार इन लड़कियों का शारीरिक शोषण करने वालों के ख़िलाफ़ तुरंत जांच कराये।
कानपुर जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित बालिका संरक्षण गृह में रहने वाली 57 लड़कियों में से सात गर्भवती पाई गई हैं। जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए रविवार (21 जून) को बताया कि गर्भवती पाई गई 5 पांच लड़कियां संक्रमित भी पाई गई हैं। इन लड़कियों को आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर की बाल कल्याण समितियों द्वारा कानपुर रेफर किया गया था। उन्होंने बताया कि गर्भवती दो अन्य लड़कियां कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाई गई हैं और ये सभी लड़कियां जब कानपुर के बालिका संरक्षण गृह में लाई गई थीं उस समय भी गर्भवती थीं।