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पार्थ मामलाः  प्रफुल्ल पटेल बोले-टिप्पणी महत्वहीन मुद्दा, राजेश टोपे ने कहा-पवार परिवार में एकता है… कोई नाराज नहीं

By भाषा | Updated: August 15, 2020 19:53 IST

पार्थ उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे हैं और अजित, शरद पवार के भतीजे हैं। टोपे ने जालना में संवाददाताओं से कहा, “पवार परिवार में एकता है… पवार साहब वरिष्ठतम नेता हैं। यह आदर्श परिवार है। कोई समस्या नहीं है।”

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ठळक मुद्देस्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि पवार परिवार एकजुट है जबकि राज्यसभा सदस्य पटेल ने कहा यह मुद्दा समाप्त हो चुका है। पार्थ को अपना “नजदीकी दोस्त” बताया। मुंबई में पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि यह महत्वहीन मसला है। शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि राजपूत के मामले में पार्थ द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने का कोई महत्व नहीं है।

मुंबईः अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करने पर पार्थ को शरद पवार द्वारा सार्वजनिक रूप से फटकार लगाए जाने को राकांपा नेता राजेश टोपे और प्रफुल्ल पटेल ने शनिवार को अधिक तवज्जो नहीं दी।

महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि पवार परिवार एकजुट है जबकि राज्यसभा सदस्य पटेल ने कहा यह मुद्दा समाप्त हो चुका है। पार्थ उप मुख्यमंत्री अजित पवार के बेटे हैं और अजित, शरद पवार के भतीजे हैं। टोपे ने जालना में संवाददाताओं से कहा, “पवार परिवार में एकता है… पवार साहब वरिष्ठतम नेता हैं। यह आदर्श परिवार है। कोई समस्या नहीं है।”

उन्होंने पार्थ को अपना “नजदीकी दोस्त” बताया। मुंबई में पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि यह महत्वहीन मसला है। उन्होंने कहा, “पवार साहब की टिप्पणी के बाद मामला समाप्त हो गया। अब इसके बारे में चर्चा करने का कोई अर्थ नहीं है।” शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि राजपूत के मामले में पार्थ द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने का कोई महत्व नहीं है।

पवार का पार्थ को फटकार लगाना पारिवारिक मामला : फड़नवीस

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने शनिवार को कहा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार का अपने पोते पार्थ को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाना एक ‘पारिवारिक विषय’ है और भाजपा का इस मुद्दे से ‘‘दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं’’ है।

भाजपा नेता ने महाराष्ट्र में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति के बारे में भी चिंता प्रकट करते हुए कहा कि यह ‘‘कोविड-19 की राजधानी’’ बन गया है। उल्लेखनीय है कि शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच की पार्थ की मांग को वह कोई महत्व नहीं देते हैं।

राकांपा प्रमुख ने अपने भतीजे एवं उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे पार्थ को अपरिपक्व बताते हुए परिवार में दरार के बारे में अटकलों को खत्म कर दिया था। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार ने कहा है कि मुंबई पुलिस सुशांत की मौत की जांच करने में सक्षम है।

फड़नवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्थ- पवार मुद्दा पवार का एक पारिवारिक विषय है। हम इस मुद्दे में नहीं पड़ना चाहते। यहां तक कि हमारा दूर-दूर तक भी इससे कोई संबंध नहीं है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह उनके परिवार का विषय है और उन्हें परिवार के अंदर इसका समाधान करने की कोशिश करनी चाहिए। ’’

भाजपा नेता ने इस बात का जिक्र किया कि महाराष्ट्र में, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले सामने आये हैं और कुल मौतों में 40-41 प्रतिशत भी राज्य में ही हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से महाराष्ट्र कोविड-19 की राजधानी बन गया है...महाराष्ट्र में कोविड-19 महामारी की स्थिति नाजुक है।’’ 

शरद पवार के पार्थ से नाराजगी जताने पर रोहित पवार ने कहा, यह परिवार का मामला है

शरद पवार के पौत्र पार्थ पवार की ओर से अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई जांच की मांग करने पर राकांपा अध्यक्ष द्वारा पार्थ से नाराजगी जताये जाने के दो दिन बाद पार्थ के चचेरे भाई रोहित ने शुक्रवार को पूरे घटनाक्रम को ‘पारिवारिक मामला’ बताया।

पार्थ महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे हैं, वहीं करजत-जामखेड़ से विधायक रोहित राकांपा अध्यक्ष के दूसरे भतीजे राजेंद्र पवार के बेटे हैं। रोहित पवार ने अहमदनगर में इस मामले में कहा, ‘‘यह पारिवारिक मामला है। साहेब (शरद पवार) ने इस पर टिप्पणी की है। यह परिवार का मसला है।’’

शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि वह सीबीआई जांच की पार्थ की मांग को कोई तवज्जो नहीं देते। हालांकि रोहित ने सुशांत के गृह राज्य बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में उनकी कथित खुदकुशी का राजनीतिकरण किये जाने की बात कही।

उन्होंने परोक्ष रूप से भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आज खबर आई कि महाराष्ट्र भाजपा के एक नेता बिहार में भाजपा की चुनाव संबंधी तैयारियों को देखेंगे।’’ राकांपा विधायक ने कहा, ‘‘भाजपा इस मुद्दे को उठाती रही है। शुरू से मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है और अब तस्वीर साफ हो गयी है।’’ 

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