नागपुरः मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार की शाम कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए राजनीतिक दलों से आंदोलन नहीं करने की अपील की.
बहरहाल प्रदेश की महाविकास आघाड़ी सरकार में शामिल घटक दलों- कांग्रेस एवं राकांपा ने पेट्रोल-डीजल मूल्यवृद्धि के विरोध में प्रदर्शन किया. अलग-अलग स्थानों पर हुए इन आंदोलनों में अधिकांश कार्यकर्ताओं ने मास्क तक नहीं पहन रखे थे. उधर विपक्षी दल भाजपा ने इसी अपील पर 24 फरवरी को प्रस्तावित जेल भरो आंदोलन रद्द कर दिया.
अशोक चौक पर जुटे युवक कांग्रेसी युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अशोक चौक पर पेट्रोल-डीजल एवं गैस सिलेंडर के बढ़ते मूल्य के विरोध में आंदोलन किया. दोपहर 4 बजे हुए इस आंदोलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले को फांसी देकर केंद्र सरकार की निंदा की गई. अधिकांश कार्यकर्ताओं ने मास्क नहीं पहने थे. सुरक्षित दूरी के नियमों का भी उल्लंघन किया गया.
शहर उपाध्यक्ष हेमंत कातुरे एवं महासचिव नयन तरवटकर के नेतृत्व में आंदोलन हुआ. घोड़ा, बैलगाड़ी लेकर पहुंचे राकांपा कार्यकर्ता पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि के विरोध में राकांपा कार्यकर्ता घोड़ा एवं बैलगाड़ी लेकर संविधान चौक पहुंचे. पार्टी के यातायात सेल के बैनर तले हुए इस आंदोलन में कार्यकर्ताओं ने सड़क पर साइकिल, घोड़े, बैलगाड़ी और बिना पेट्रोल दोपहिया वाहन चलाए.