भोपाल, 2 सितंबर: मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को झटका दिया है। सपा के प्रदेश सचिव रहे रामस्वरुप यादव को पार्टी में शामिल कर लिया है। यादव ने अपने समर्थकों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से कांग्रेस की सदस्यता ली।
हालांकि सपा ने यादव को पार्टी का प्राथमिक सदस्य भी न होना बताया है। सपा का कहना है कि यादव निष्क्रिय कार्यकर्ता थे, जिसके चलते उन्हें लंबे समय से कोई पद नहीं दिया गया था।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव रहे रामस्वरूप यादव के साथ-साथ उनके समर्थक भी भारी संख्या में कांग्रेस में शामिल हुए हैं। यादव का कहना है कि मेरी नाराजगी समाजवादी पार्टी से नहीं है और ना ही मंैने कहीं से टिकट मांगा है।बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल हुआ हूं।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछले दिनों मध्यप्रदेश दौरे पर राजधानी आए थे। अखिलेश के दौरे के बाद से ही सपा और कांग्रेस के गठबंधन की चर्चा जोरों पर थी।
बताया जा रहा था कि भाजपा के खिलाफ इस गठबंधन में बसपा भी शामिल हो सकती है, लेकिन तीनों की पार्टियों की तरफ से अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है। कर रहे झूठा प्रचार
समाजवादी पार्टी ने रामस्वरुप यादव को पार्टी के किसी पद पर न होने की बात कही है। पार्टी के प्रवक्ता यश यादव ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने इनको 12 जून 2018 को लखनऊ के कार्यालय में बोल दिया था कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
रामस्वरूप जिला अध्यक्षों और प्रदेश के जिला प्रभारियों की बैठक में बिना निमंत्रण के गए थे। लखनऊ बैठक में जब बोलने का प्रयास कर रहे थे, इस राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इनसे स्पष्ट कहा आपको जहां जाना है जाएं (दूसरे दल में) अनुशासनहीनता नहीं स्वीकार की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिन लोगो को समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता बता कर झूठा प्रचार किया जा रहा है वो पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं है, जबसे प्रदेशाध्यक्ष गौरी सिंह यादव है रामस्वरूप यादव के पास कोई पद न था और न है क्योकि वो पार्टी में निष्क्रिय थे।
(यह न्यूज़ हमारे रिपोर्टर राजेंद्र पराशर की है )