इंदौरः कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इन्दौर आगमन के पहले ही शहर की राजनीतिक फिज़ा गर्म हो गयी. गुस्साए कांग्रेसी उन्हें काले झंडे दिखाने पर अड़े रहे इसके लिए उन्होंने विधानसभा -2 में हस्ताक्षर अभियान के जरिए पूरी प्लानिंग भी कर ली लेकिन बिना अनुमति के उनके धरने को पुलिस ने हटा दिया और कांग्रेसी नेता चिंटू चौकसे को गिरफ्तार कर लिया.
जिससे कार्यकर्ता आक्रोशित हो कर हंगामा करने लगे. पुलिस ने लाठी भांजकर उन्हें शांत किया.कांग्रेसियों ने सिंधिया के विरोध में अरविंदो चौराहे पर एक टेंट लगाया था. यहां पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे. सिंधिया के आने के पहले ही पुलिस ने कांग्रेसियों को टेंट सहित वहां से हटा दिया.
इस दौरान कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार और पुलिस-प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाया. कहा कि काले झंडे दिखाने से पहले हमारी गिरफ्तारी दिखा रही है कि सरकार कितनी चिंतित है. हंगामा कर रहे कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठी भांजी और उन्हें पुलिस वैन में बिठा लिया.
इस दौरान विधानसभा - 2 के पार्षद चिंटू चौकसे ने अपनी और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का विरोध किया. कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने चौकसे की गिरफ्तार को लेकर कहा कि यह गलत है. हम विपक्ष में हैं. हमारा काम विरोध करना है. सभी कांग्रेस एक साथ हैं. यदि हमारे विरोध करने पर हमें गिरफ्तार किया जाएगा तो एक नहीं हम 100 बार गिरफ्तारी देने को तैयार हैं.
गौरतलब है कि भाजपा में आने के बाद सिन्धिया का यह पहला शहर आगमन है. इन्दौर में बड़ी संख्या में उनके समर्थक है. वे यहाँ भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात करेगें और उपचुनाव को लेकर चर्चा करेगें. यही नहीं वे सम्भगीय भाजपा कार्यालय भी जाएंगे. इन्दौर जिले के सांवेर सीट से उनके खास समर्थक जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट उपचुनाव लड़ रहे है. इस सीट की जवाबदारी भाजपा संगठन ने क्षेत्र क्रमांक दो के विधायक रमेश मेन्दोला को सौंपी है.