मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों की सरगर्मियों के बीच नजदीकी धार्मिक नगरी उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में प्रमुख सियासी पार्टियों के आलाकमान के पहुंचने का सिलसिला जारी है। महाकाल के दरबार में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हाजिरी लगाने के करीब साढ़े तीन महीने बाद उनके कांग्रेसी समकक्ष राहुल गांधी सोमवार (29 अक्टूबर) को भगवान शिव के इस पवित्र स्वरूप के दर्शन के लिये पहुंचे।
लोकमत संवाददाता के मुताबिक राहुल गांधी ने महाकाल के दरबार में पहुंचकर पंचामृत अभिषेक पूजन किया और नंदी हाल में गए और वहां उन्होंने 3 मिनट बिताए। इसके बाद राहुल ने गर्भ गृह में 10 मिनट तक पंचामृत पूजन किया और यह पूजन शासकीय पुजारी घनश्याम गुरु ,प्रतिनिधि के रूप में आशीष पुजारी ने संपन्न कराया। उन्होंने भी राहुल गांधी को रुद्राक्ष की माला और महाकाल का लड्डू प्रसाद व दुपट्टा उड़ा कर सम्मानित किया।
इस दौरान राहुल गांधी के साथ गर्भगृह में वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राहुल सिंह, सुरेश पचौरी ने भी पूजन किया। नंदीहाल में वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा, विधायक जीतू पटवारी नंदी हॉल में ही रहे।
वहीं राहुल, महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के साथ ही सत्तारूढ़ भाजपा की मजबूत पकड़ वाले मालवा-निमाड़ अंचल में अपने दो दिवसीय चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक वह उज्जैन के साथ ही क्रमशः झाबुआ, इंदौर, धार, खरगोन और महू में भी चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
भाजपा शासित सूबे में पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान राहुल अलग-अलग मंदिरों में दर्शन के लिये पहुंचे हैं। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लगाये गये कुछ पोस्टरों में उन्हें "शिव भक्त" बताया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष के धार्मिक अवतार को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के उन पर निशाना साधने पर कपूर ने कहा, "राहुल शिव भक्ति की अपनी विशुद्ध भावना से महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। क्या भगवान शिव की भक्ति का अधिकार केवल भाजपा नेताओं को है? शिव सबके हैं।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 14 जुलाई को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किये थे। इसके बाद उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की "जन आशीर्वाद यात्रा" को इस धार्मिक नगरी में हरी झंडी दिखायी थी। उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के देश भर में फैले 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल है।(लेखक लोकमत संवाददाता हैं।)