हजारीबाग लोकसभा सीट: 1984 से नहीं जीत पाई है कांग्रेस, बीजेपी का गढ़ लेकिन इस बार दोनों में कड़ी टक्कर
By पल्लवी कुमारी | Published: March 13, 2019 11:37 AM2019-03-13T11:37:48+5:302019-03-13T11:37:48+5:30
झारखंड के हजारीबाग लोकसभा सीट से मौजूदा भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद जयंत सिन्हा हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में जयंत सिन्हा ने कांग्रेस के सौरभ नारायण को भारी बहुमतों से हराया था। जयंत सिन्हा यहां से पहली बार मोदी लहर में 2014 में जीते थे। 2014 में यहां वोटिंग 63.67 प्रतिशत रहा।
झारखंड के हजारीबाग लोकसभा सीट से मौजूदा भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद जयंत सिन्हा हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में जयंत सिन्हा ने कांग्रेस के सौरभ नारायण को भारी बहुमतों से हराया था। यहां से बीजेपी ने छह बार जीत दर्ज की है। 2004 से लेकर अब तक के लोकसभा चुनावों का हाल देखा जाए तो तकरीबन 65 प्रतिशत बार यहां बीजेपी ने ही बाजी मारी है। बीजेपी ये पूरी कोशिश में है कि 2014 के लोकसभा चुनाव वाली जीत वह 2019 में भी बरकार रखे, वहीं विपक्षी पार्टी भी जीत के लिए पूरजोर कोशिश में लगी है। हजारीबाग लोकसभा सीट अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित रखा गया है। जयंत सिन्हा यहां से पहली बार मोदी लहर में 2014 में जीते थे। 2014 में यहां वोटिंग 63.67 प्रतिशत रहा।
हजारीबाग लोकसभा सीट का परिचय
हजारीबाग लोकसभा सीट में 70 प्रतिशत लोग गांव में रहते हैं और सिर्फ 30 प्रतिशत लोग शहरी हैं। हजारीबाग के अधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, यहां 1324 गांव हैं। इलाके की जनसंख्या: 1,734,495 है, जिसमें पुरुष: 890,881 इतने हैं और महिलाओं की संख्या 843,614 है। जिले का क्षेत्रफल 4,313 वर्ग किमी है। इसमें से 15 प्रतिशत जनता अनुसूचित जाति और 12 प्रतिशत लोग अनुसूचित जनजाति से आते हैं।
हजारीबाग जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इस जिले के दो सब डिवीजन है, जो हजारीबाग और बरही में है। पांच विधानसभा क्षेत्र में बरही, बड़कागाँव , रामगढ़, मांडू और हजारीबाग है। ये पूरा इलाका भी लाल गलियारा के अंदर आता है। इस इलाके में भी नक्सलवादी उग्रवादी संगठन सक्रीय हैं। ये पूरा इलाका प्राकृतिक सम्पदा और कोयले की खदानों से भरा है। यह पूरा क्षेत्र मुख्यत प्राचीन जनजातियों की जनता का है इसलिए इस क्षेत्र को अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित रखा गया है।
हजारीबाग लोकसभा सीट का राजनीतिक इतिहास
1957 में यह क्षेत्र पहली बार अस्तित्व में आया। 1957 में हजारीबाग से ललिता राज्य लक्ष्मी जीती थी। ये छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी से उम्मीदवार थी। 1962 में स्वतंत्र पार्टी के बसंत नारायण सिंह जीते थे। 1967 में भी बसंत नारायण सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते। 1971 में यहां से कांग्रेस ने पहली बार अपना खाता खोला था और दामोदर पांडे जीते थे। 1977, 1980 में यहां से बसंत नारायण सिंह जनता पार्टी से जीते थे। कांग्रेस के दामोदर पांडे 1984 में फिर से जीते थे। 1989 में यहां से यदुनाथ पांडे जीते और इसी के साथ बीजेपी ने यहां से अपना खाता भी खोला।
1991 में भुवनेश्वर प्रसाद मेहता जीते, जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार थे। 1996 में महाबीर लाल विश्वकर्मा जीते, जो बीजेपी के थे। 1998, 1999 में यहां से बीजेपी के यशवंत सिन्हा जीते थे। 2004 में यहां से भुवनेश्वर प्रसाद मेहता जीते, जो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के थे। 2009 में यहां फिर से बीजेपी के यशवंत सिन्हा जीते। 2014 में जयंत सिन्हा जीते, जो भी बीजेपी के थे। हजारीबाग से 1984 के बाद कांग्रेस इस सीट से नहीं जीत पायी है।
झारखंड में बीजेपी और आजसू साथ-साथ
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा 2019 के लिए आजसू से गठबंधन किया है। बीजेपी झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से 13 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, आजसू सिर्फ एक लोकसभा सीट गिरिडीह से चुनाव लड़ेगी। हालांकि बीजेपी ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
झारखंड महागठबंधन: कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और राजद का समीकरण
झारखंड लोक सभा चुनाव में महागठबंधन के फैसला 2019 के फरवरी में ही हो गया है। लोक सभा चुनाव में कांग्रेस 7 सीटों पर तो झामुमो 4 झाविमो 2 और राजद 1 सीट पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटे झामुमो को दी जाएगी। गठबंधन के बाद सामने आई जानकारियों को मुताबिक (अभी तक) 14 लोक सभा सीटों में से राजमहल, दुमका और गिरिडीह से झामुमो है। कांग्रेस लोहरदगा, खूंटी, रांची, धनबाद और जमशेदपुर से प्रत्याशी खड़े करेगी। बाकी सीटों पर अभी फैसला नहीं आया है।'
सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे लोकसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। झारखंड में चौथे चरण में चुनाव शुरू होगा।
झारखंड (14 सीट)
चरण | चुनाव की तारीख | संसदीय क्षेत्र का नाम |
चौथा चरण | 29 अप्रैल | चतरा, लोहरदग्गा,पालामू |
पांचवां चरण | 6 मई | कोडरमा, रांची, खूंटी, हजारीबाग |
छठवां चरण | 12 मई | गिरिडीह, धनबाद, जमशेदपुर, सिंहभूम |
सातवां चरण | 19 मई | राजमहल, दुमका, गोड्डा |