लोकसभा चुनाव 2019: चतुराई से तैयार की गई है प्रियंका गांधी की प्रयागराज से बनारस गंगा यात्रा
By दीपक गिडवाणी | Published: March 18, 2019 08:29 AM2019-03-18T08:29:59+5:302019-03-18T08:29:59+5:30
प्रियंका गांधी प्रयागराज के पड़ोसी ज़िले संत रविदास नगर (भदोही) स्थित सीतामढ़ी मंदिर भी जाएंगी. माना जाता है कि इसी जगह सीता माता धरती में समाहित हो गईं थीं.
प्रियंका गांधी वाड्रा की रविवार से प्रयागराज से शुरू हो रही तीन दिन की यात्रा कई मायनों में अनूठी साबित होगी. इसके निहितार्थ भी काफी रोचक हैं. संकेतों की राजनीति से सराबोर प्रयागराज से बनारस की यह यात्रा बड़ी चतुराई से तैयार की गई है. यात्रा की शुरु आत गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम तट से होगी. यह जगह ऐसे ही नहीं चुनी गई. रामायण में इस बात का उल्लेख है कि श्री राम, सीता और लक्ष्मण जब अयोध्या से वनवास के लिए निकले थे तो उन्होंने प्रयाग से ही गंगा पार की थी.
यह प्रसंग करीब सात हजार साल पहले घटा होगा जिसमें निषादराज केवट श्री राम को गंगा पार ले जाते हैं. वनवास के बाद लंका से लौटकर भी श्री राम यहां निषादराज से मिले और कुछ दिन रु के भी. आज भी यह आम जान मानस की स्मृति में अंकित है. इस कार्यक्र म का शीर्षक भी काफी दिलचस्प है,' सांची बात, प्रियंका के साथ'. गंगा में स्टीमर से प्रयाग से काशी (बनारस) का सफर तय किया जाएगा और इसमें साथ होंगे छात्र और युवा जिन से प्रियंका चर्चा करेंगी. इस यात्रा के पड़ावों में महाभारत कालीन लाक्षागृह भी शामिल है. ऐसी मान्यता है कि दुयार्ेधन ने यहीं पांडवों को जला कर भस्म कर देने की योजना बनायी थी. हालांकि कुछ इतिहासकारों का मत रहा है कि लाक्षागृह पश्चिमी यूपी में था.
भदोही जिले में स्थित सीतामढ़ी मंदिर में भी जाएंगी प्रियंका
प्रियंका पड़ोसी ज़िले संत रविदास नगर (भदोही) स्थित सीतामढ़ी मंदिर भी जाएंगी. माना जाता है कि इसी जगह सीता माता धरती में समाहित हो गईं थीं. कांग्रेस के चुनावी अभियान में हिंदुत्व का संपुट लगाने के अलावा समझा जाता है कि यह पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग में पैठ बनाने की भी कोशिश है जिनका वोट 50 प्रतिशत से भी ज्यादा है. गंगा के किनारे के गांवों में अति पिछड़ा निषाद (कश्यप) जाति के लोग बड़ी संख्या में हैं. यह अभियान पूरी तरह से हिंदूवादी न दिखे इसका भी ख्याल रखा गया है.
मिर्जापुर के विंध्याचल मंदिर में करेंगी पूजा-अर्चना
प्रयागराज के जिला कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार इसे 'गंगा जमुनी तहजीब यात्रा' के रूप में प्रचारित किया गया है. यात्रा के दुसरे दिन मिर्जापुर में प्रियंका विंध्याचल मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगी तो कंतित में मौलाना इस्माइल चिश्ती की दरगाह पर भी इबादत करने जाएंगी. तीसरा दिन वे पूरा समय नरेंद्र मोदी के लोक सभा क्षेत्र बनारस में होंगी जहां प्राचीन विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के अलावा व्यापक जनसंपर्क भी करेंगी.