विधायक अदिति सिंह के इस्तीफे पर अड़े नेता, कांग्रेस ने नोटिस भेजा, योगी सरकार ने दी वाई श्रेणी की सुरक्षा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 4, 2019 06:05 PM2019-10-04T18:05:14+5:302019-10-04T18:57:33+5:30
रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने बुधवार से शुरू हुए 36 घंटे चलने वाले विशेष सत्र में हिस्सा लिया और अपनी बात भी रखी। इस बीच खबर है कि कांग्रेस ने अपने विधायक से नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।
उत्तर प्रदेश में रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह के विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने पर पार्टी ने गंभीर कदम उठाते हुए शुक्रवार को उन्हें नोटिस दिया और दो दिन के भीतर जवाब मांगा।
कारण बताओ नोटिस में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पार्टी ने दो दिन के विशेष सत्र के बहिष्कार का फैसला किया था और इस संबंध में व्हिप भी जारी किया था। लेकिन अदिति ने पार्टी के निर्देश की अवहेलना की।
लल्लू ने अदिति से कहा कि उनका सत्र में शामिल होना ‘‘अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधि है।’’ अदिति से दो दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। अदिति के पार्टी निर्णय की अवहेलना कर विशेष सत्र में शामिल होने से सदन में उस समय मौजूद रहे विधायक आश्चर्यचकित हो गये थे।
रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर बुलाये गये उत्तर प्रदेश विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लिया। हालांकि उनकी पार्टी ने इस सत्र का बहिष्कार किया है।
उन्होंने बुधवार से शुरू हुए 36 घंटे चलने वाले विशेष सत्र में हिस्सा लिया और अपनी बात भी रखी। इस बीच खबर है कि कांग्रेस ने अपने विधायक से नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। नोटिस मिलते ही अदिति सिंह को दो दिन में जवाब देने को कहा गया है। चर्चा यह है कि कांग्रेस विधायक को योगी सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है।
Congress issues show cause notice to party MLA Aditi Singh for attending special session of UP Assembly on Oct 2, the session had been boycotted by Congress. She has been asked to reply within 2 days. (File pic) pic.twitter.com/kDcbclB7uo
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2019
विपक्षी पार्टियों समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस, एसबीएसजे ने इस सत्र का विरोध किया है और उनका दावा है कि राज्य सरकार सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए ऐसा कर रही है। जब अदिति से विपक्षी पार्टी के बहिष्कार के बाद भी सदन में आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, '' अगर आपने मेरा भाषण सुना होगा तो मैंने सिर्फ विकास और सतत विकास लक्ष्य के बारे में चर्चा की। मैं अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए राजनीति करती हूं। मुझे जो सही लगता है, मैं करती हूं।’’
उन्होंने कहा कि वह सदन में आईं और चर्चा में हिस्सा लिया क्योंकि उन्हें ऐसा करना सही लगा। जब उनसे पार्टीलाइन का उल्लंघन करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मैं पार्टी लाइन से ऊपर उठी और विकास पर बात करने की कोशिश की...यह मेरी पहली और शीर्ष प्राथमिकता है।’’
सिंह से जब पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ यह पार्टी का निर्णय होगा और पार्टी जो भी निर्णय लेगी मैं उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हूं।’’