कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018: कांग्रेस के खिलाफ आग उगल रहे हैं ओवैसी, BJP को होगा करारा फायदा
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 8, 2018 07:36 AM2018-05-08T07:36:29+5:302018-05-08T07:36:29+5:30
कर्नाटक में 12 फीसदी मुसलमान आबादी है। अब तक कर्नाटक के मुसलमान कांग्रेस को वोट करते आए हैं।
बैंगलोर, 8 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में ऑल इंडिया मजलिश-ए-इम्तेहादुल मुसलमीन पार्टी (एआईएमआईएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों पूरे प्रदेश में जमकर प्रचार रहे हैं। खासकर के बैंगलोर क्षेत्र में। अपनी रैलियों में वे कांग्रेस के खिलाफ जमकर आग उगल रहे हैं। बैंगलोर के मोदी रोड पर रविवार को रैली में उन्होंने कहा- जाकर देखलो यूपीए के शासन ने हिन्दुस्तान में कितने ही दलियों आदिवासियों मुसलमानों के बच्चों की जिंदगियां बर्बाद कर हैं।
एक के बाद एक लगातार कर रही रैलियों में वे कांग्रेस पर चुन-चुन कर वार रहे हैं। वे अपनी रैलियों में बीजेपी पर प्रहार करते हैं। लेकिन कांग्रेस के खिलाफ उनके बोले गए लफ्ज ज्यादा प्रभावशाली इसलिए माने जा रहे हैं कि क्योंकि अभी तक प्रदेश की करीब 12 फीसदी मुसलमानों की आबादी कांग्रेस को वोट करती आई है। लेकिन ओवैसी वहां लोगों से बता रहे हैं- कांग्रेस को कर्नाटक में पांच साल मिले। लेकिन वो मुझसे यह पूछ रहे हैं कि क्या इलेक्शन के बाद आपका गठबंधन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से होगा?
असल में कर्नाटक चुनावों में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने अपने एक उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। वह खुले तौर पर एचडी देवगौड़ा व एचडी कुमारस्वामी की पार्टी जनता दल (सेकुलर) को समर्थन दे चुके हैं। ओवैसी जेडीएस के उम्मीदवारों के लिए रोजाना बैंगलोर से विदर तक में जनसभाएं कर रहे हैं। इनमें खासतौर पर कांग्रेस को निशाने पर ले रहे हैं। और मुसलमानों को कांग्रेस के पक्ष में वोट ना करने के लिए महौल बना रहे हैं। इसका सीधा आशय यह होता है कि कांग्रेस के खेमे से उसका एक बड़ा वोट बैंक खिसक जाएगा, जिसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा। (जरूर पढ़ेंः PM मोदी की मुस्लिम फैन ने बनाई पार्टी, 224 सीटों पर लड़ेंगी चुनाव, सलमान खान के दोनों भाई करते हैं प्रचार)
कर्नाटक में मुसलमानों से सीधा संपर्क साध रहे कभी एचडी देवगौड़ा के शिष्य और सिद्धारैमया के साथी रहे चांद मोहम्मद इब्राहिम भी ओवैसी पर वोट कटवा का आरोप लगा रहे हैं। वे कर्नाटक की मुसलमान जनता के घर-घर जाकर कर्नाटक में नोव्हेरा शेख की पार्टी वुमन इंपावरमेंट पार्टी और ओवैसी के कहने पर जेडीएस को वोट ना देने के लिए माहौल बना रहे हैं। वे इन दोनों पार्टियों पर वोट कटवा का आरोप लगा रहे हैं। उनके मुताबिक ये दोनों पार्टियां रणनीतिक तौर पर बीजेपी ने मैदान में छोड़ी हैं।
दूसरी ओर असदुद्दीन ओवैसी एक-एक कर के उन सभी मौकों की कर्नाटक की मुसलमान जनता की याद दिला रहे हैं जिनमें कांग्रेस ने मुसलमानों के हितों की अनदेखी की है। वे बैंगलोर की एक जनसभा में कहते हैं- हमारा दुनिया के सामने माखौल बनाया जा रहा है और कांग्रेस चुप बैठी रही। (जरूर पढ़ेंः कर्नाटक चुनाव 2018: मोदी की फैन का दावा मेरी पार्टी जीती तो महिलाओं को दूंगी 50% आरक्षण)
अपनी रैलियों में वे कांग्रेस पर प्रमुखता से हमला बोल रहे हैं।
ओवैसी अपने सांसदीय कॅरियर की संसद में किए गए भाषणों को लोगों याद दिला रहे हैं। वे लोगों को बता रहे हैं कि कैसे जब वे कांग्रेस के साथ थे तो उनके साथ कांग्रेस बर्ताव करती थी। लेकिन जब उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ बोलना शुरू किया तो उनके साथ बुरा बर्ताव करने लगी। वे मुस्लिम मैरिज एक्ट, ट्रिपल तलाक आदि मुद्दों पर कांग्रेस को खुलेआम घेर रहे हैं। (जरूर पढ़ेंः ओपिनियन पोल: कर्नाटक में कांग्रेस नंबर वन पार्टी, BJP के लिए नहीं है आसान राह)
ओवैसी जेडीएस के साथ मायावती की बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन का हवाला देते हुए लोगों से कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ वोट डालने और जेडीएस के पक्ष में वोट डालने की हुंकार भर रहे हैं।