कर्नाटक चुनाव 2018: मोदी की फैन का दावा मेरी पार्टी जीती तो महिलाओं को दूंगी 50% आरक्षण
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 8, 2018 07:15 AM2018-05-08T07:15:20+5:302018-05-08T07:15:20+5:30
नोव्हेरा शेख की पार्टी का प्रचार कर्नाटक में सलमान खान के दोनों भाई कर रहे हैं। सोनू सूद और एजाज खान भी प्रचार में लगे हैं।
बेंगलुरु, 8 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में सभी 224 सीटों पर उम्मीदवार उताकर सबको हैरत में डालने वाली छह महीना पुरानी पार्टी ऑल इंडिया वुमन इंपावरमेंट पार्टी की मुखिया नोव्हेरा शेख ने इस बार अपने बयान से सबसे हैरत में डाल दिया है। उनका कहना है कि अगर वह कर्नाटक में मैदान जीतने में सफल होती हैं तो वे महिलाओं के लिए एक 50 फीसदी तक आरक्षण देंगी।
इतना ही नहीं वुमन इंपावरमेंट पार्टी की अध्यक्षा नोव्हेरा शेख का कहना है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वे एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित कराएंगी जिससे महिलाओं के खिलाफ होने वाले आपराधिक मामले कम हो जाएं। वह साफ्टवेयर में महिलाओं की सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव लाए। उल्लेखनीय है कि समाजसेवी के तौर पर पहचान बनाने के बाद हीरा ग्रुप की मालकिन नोव्हेरा शेख ने अब राजनीति की रुख की है।
कर्नाटक चुनावों के बाद वह अकेले पूरे देश में 2019 के लोकसभा चुनावों में उतरने की बात कर रही हैं। (जरूर पढ़ेंः PM मोदी की मुस्लिम फैन ने बनाई पार्टी, 224 सीटों पर लड़ेंगी चुनाव, सलमान खान के दोनों भाई करते हैं प्रचार)
नोव्हेरा शेख की फिल्म और खेल जगत में गहरी पैठ है। साथ ही महिलाओं संबंधी कार्यक्रमों वह एक छत के नीचे बॉलीवुड और फिल्म जगत की तमाम नामचीन हस्तियों को लाने के लिए भी जानी जाती हैं। पिछले साल सितंबर में उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कामों के लिए नाज संस्थान की ओर दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित लीला पैलेस में जब कार्यक्रम आयोजित किया था तो सितारों का जमावड़ा लग गया था।
नोव्हेरा शेख की एक कॉल पर सलमान खान के भाई सोहेल खान, हेलेन, जीनत अमान, पूनम ढिल्लन, इलियाना डिक्रूज, हुमा कुरैशी, फराह खान, आफताब शिवदासनी, सुनील शेट्टी, आथिया शेट्टी, बॉबी देओल, शानिया मिर्जा, दी ग्रेट खली, मो. अजहरुद्दीन जैसी कई दिग्गज हस्तियां वहां पहुंच जाती हैं जहां वे बुलाती हैं। (जरूर पढ़ेंः ओपिनियन पोल: कर्नाटक में कांग्रेस नंबर वन पार्टी, BJP के लिए नहीं है आसान राह)
हाल ही में बैंगलोर के सर्वगना नगर में अरबाज खान, सोहेल खान, एजाज खान और सोनू सूद को नोव्हेरा शेख की पार्टी के लिए वोट मांगते देखा गया था। बताया जा रहा है कि वह शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में मुस्लिम महिलाओं का वोट खींचने की क्षमता रखती हैं। क्योंकि वह मुस्लिम महिलाओं में आपा के तौर पर खासी मशहूर हो रही हैं।
If we come to power, we will introduce 50% reservation for women and a software will be developed to ensure safety of women, among other things. Party will contest in 2019 Lok Sabha elections: Dr Nowhera Shaik, Leader of All India Mahila Empowerment Party #KarnatakaElections2018pic.twitter.com/Asjxc9GwWC
— ANI (@ANI) May 7, 2018
उनकी पार्टी महिलाओं के अधिकारों और उनको सत्ता में लाने की वकालत कर रही है। ऐसे में वह खासतौर पर बैंगलौर से लेकर विदर तक में बसी कर्नाटक की 12 फीसदी मुस्लिम आबादी को प्रभावित कर रही हैं।
#Bengaluru: All India Mahila Empowerment Party that was launched in November last year will be contesting on all 224 seats in Karnataka elections. Leader of the party Dr Nowhera Shaik says, 'we want women to come to power & to fight for their rights.' #KarnatakaElections2018pic.twitter.com/ohwGWLOCqU
— ANI (@ANI) May 7, 2018
हालांकि नोव्हेरा शेख पर कांग्रेस के पारंपरिक वोट काटने के लिए मैदान में उतरने के आरोप भी लग रहे हैं। क्योंकि अभी तक कर्नाटक के मुस्लिम वोट एकमुश्त कांग्रेस को मिलते आए हैं। ऐसे में अगर नोव्हेरा कुछ सीटों के मतदाताओं को भी प्रभावित कर ले जाती हैं तो सीधे तौर पर यह कांग्रेस के लिए नुकसान और भारतीय जनता पार्टी के फायदे का मामला बनेगा।
वुमन इंम्प्वॉरमेंट पार्टी (डब्ल्यूईपी) के प्रवक्त फिलहाल बीजेपी के साथ जाने की खबरों को नकार रहे हैं। लेकिन पार्टी के कर्नाटक के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अजहर अली पहले बीजेपी का हिस्सा रह चुके हैं। उनके फेसबुक पेज पर बीजेपी के कार्यक्रमों में बीएस येदियुरप्पा के साथ शिरकत करते तस्वीरें पड़ी हुई हैं। इसके अलावा डब्ल्यूईपी की प्रदेश स्तर की कार्यकता फरीदा बेगम भी बीजेपी का हिस्सा रही हैं। इसके अलावा पार्टी के प्रमुख नेता मूजी खान बीजेपी से जुड़े रहे हैं। खुद हीरा ग्रुप की मालकिन नोव्हेरा शेख ने पीएम मोदी के बुलेट ट्रेन और स्वच्छ भारत अभियान के लिए बधाई देते हुए अखबारों में विज्ञापन जारी किए थे।
नोव्हेरा शेख की पार्टी के खिलाफ राजनीति में कभी सिद्धरमैया के सहपाठी रहे चांद मोहम्मद इब्राहिम बोल रहे हैं। वे लोगों को बता रहे हैं कि यह पार्टी केवल वोट काटने के लिए मैदान में रणनीतिक तौर पर उतारी गई है। इसके झांसे में ना फंसे। इब्राहिम लोगों को बता रहे हैं कि डब्ल्यूईपी का उद्देश्य कर्नाटक में महिलाओं का भला करना होता तो वे अपने टिकट पुरुषों को क्यों देतीं। उनके अनुसार यह महज एक पार्टी की सोची-समझी चाल है।