जी-23 समूह बेचैन, कपिल सिब्बल ने कहा इंतजार करेंगे सत्र से पहले सोनिया गांधी से राजनीतिक फैसलों के लिए कमेटी गठन की उम्मीद
By हरीश गुप्ता | Published: August 31, 2020 07:21 AM2020-08-31T07:21:00+5:302020-08-31T07:37:37+5:30
कांग्रेस के 23 नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों को लेकर मांग की थी।
नई दिल्ली।कांग्रेस के 23 असंतुष्टों के समूह की बेचैनी बढ़ती जा रही है. उन्हें उम्मीद है कि अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले उनके उठाए गए सवालों पर कोई कदम उठाएंगी. जी-23 को लगता है कि अगले साल संगठनात्मक चुनाव होने तक राजनीतिक फैसले लेने के लिए राजनीतिक मामलों की कमेटी का गठन किया जाना चाहिए. सत्र 14 सितंबर से शुरू होने वाला है.
माना जा रहा है कि सत्र से पहले भी असंतुष्ट गुट के नेताओं की एक बैठक होगी. संपर्क साधे जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने लोकमत समाचार को बताया, ''हमें जो कहना था हमने कह दिया. हम कुछ वक्त इंतजार करना चाहेंगे.''
जाहिर तौर पर सिब्बल को भी उम्मीद है कि राजनीतिक फैसलों के लिए संगठनात्मक चुनावों तक सोनिया गांधी पीएसी या कोर कमेटी का गठन करेंगी. असंतुष्ट नेता गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर और कपिल सिब्बल ने पार्टी से ''पत्र में लिखे मुद्दों'' पर कार्रवाई की गुहार लगाते हुए पिछले दिनों मीडिया से संपर्क साधा था. थरूर तो यहां तक कह चुके थे, ''अब जबकि हमने अपने विचार नेतृत्व के सामने रख दिए हैं, बहस को यहीं समाप्त करें.''
इस बीच सोनिया गांधी ने लोकसभा और राज्यसभा में समन्वयन के लिए दो समितियों का गठन किया है. लेकिन संगठन के दैनंदिन कामकाज के सुचारू संचालन के लिए ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया है. सोनिया से संपर्क मुश्किल होता है और न ही वह हर रोज वीसी या दूसरे माध्यम से ही कोई बैठक लेती हैं. दूसरी ओर राहुल गांधी रोज ट्वीट के माध्यम से अजेंडा तय करते हैं. महासचिवों के बीच भी कोई बैठक नहीं होती.