भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया (Jyotiraditya Madhavrao Scindia) इन दिनों मध्य प्रदेश में आने वाले 24 विधानसभा सीटों की उपचुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं। आये दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इसी चुनाव प्रचार के दौरान का एक वीडियो सिंधिंया ने अपने ट्विटर पेज से रिट्वीट किया है, जिसमें वह जमकर कांग्रेस पर बरस हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने जो पिछले अपने 100 दिनों में यहां की जनता के लिए किया है, वह कमलनाथ और मध्य प्रदेश कांग्रेस 10 सालों में भी नहीं करती। लेकिन बीजेपी की सरकार ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में वह 100 दिनों में करके दिखाया है।
पहले ही कमलनाथ को बोला था जनता के लिए सड़क पर उतरूंगा- ज्योतिरादित्य सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ''मैंने एक बार कमलनाथ को कहा कि जनता को किए वादों के लिए मैं सड़क पर उतरूंगा तो कहा गया कि उतरो। तो जनता की बात पर ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मैं सड़क पर उतर गया, जनता की सेवा के लिए।''
वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस द्वारा किए गए चुनावी वादों का जिक्र कर रहे हैं। जो कांग्रेस द्वारा चुनाव जीतने के बाद पूरे नहीं किए गए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपना यह वीडियो रिट्वीट किया है।
सिंधिया ने पर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, जब कमलनाथ सीएम थे तो उनके पास COVID-19 पर एक बैठक आयोजित करने का समय नहीं था, लेकिन उनके पास IIFA पुरस्कारों के लिए इंदौर जाने का समय था। उसके बाद 23 मार्च को एक फाइटर (शिवराज सिंह चौहान) ने आकर मोर्चा संभाल लिया और अपने हाथों में अपने राज्य की जिम्मेदारी लेते हुए महामारी का सामना किया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- जनता का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है क्योंकि जब ये सत्ता में थे तो यहां व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चला रहे थे। सिंधिया मंगलवार (14 जुलाई) को भोपाल भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती से मिलने उनके निवास पर गये। भारती से मिलने के बाद वहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''पूरे प्रदेश की जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है। क्योंकि इन्होंने 15 महीने व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चलाई।''
उन्होंने कहा, ‘‘जब ये (कांग्रेस) मध्यप्रदेश की सत्ता में थे। 15 महीने तब पूरा भ्रष्टाचार की सरकार चल रही थी वल्लभ भवन में (मंत्रालय भवन) और इसलिये मैं 90 दिन तक चुप रहा क्योंकि पूरा विश्व और प्रदेश कोरोना की महामारी के प्रकोप में चल रहा था और कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटी सेंक रहे थे। एक जनसेवा का कार्य नहीं हुआ। 15 महीने जो इन्होंने किया वहीं कोरोना में भी किया और आज इनको जवाब देने के लिये मैं मैदान में आ गया हूं।''