चीन के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर भड़के जेपी नड्डा, कहा- 'शाही परिवार अपने वशंज को लॉन्च करने के लिए इंतजार कीजिए'
By पल्लवी कुमारी | Published: June 24, 2020 11:31 AM2020-06-24T11:31:46+5:302020-06-24T11:31:46+5:30
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट में जाहिर तौर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एकता और एकजुटता का समय है और ‘शाही परिवार के उत्तराधिकारी को एक बार फिर स्थापित करने के लिए इंतजार किया जा सकता है।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा तनाव को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) अब आमने-सामने हैं। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सहित पार्टी के सारे बड़े नेता पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 भारतीयों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। बीजेपी की ओर से आज (24 जून) पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है। जेपी नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा है, देश में एक राजवंश और उसके वफादारों को भ्रम हो गया है कि वह पूरा का पूरा विपक्ष हैं। वहीं एक अन्य ट्वीट में जेपी नड्डा ने लिखा है कि देश की सभी राजनीतिक पार्टियां भारत-चीन सीमा तनाव को लकर केंद्र सरकार के साथ है लेकिन बस एक परिवार को ही दिक्कत है, जानते हैं कौन? जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि यह यह एकता और एकजुटता का समय। अपने वंशज को बार-बार लॉन्च करना है तो कुछ देर इंतजार कीजिए।
24 जून की सुबह कुछ घंटों के भीतर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेपी नड्डा ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए। जेपी नड्डा ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ''एक शाही राजवंश और उनके वफादार के दरबारियों को बहुत बड़ा भ्रम हो गया है कि विपक्ष यानी सिर्फ एक उनका राजवंश ही है। एक राजपरिवार नखरे दिखाता है और उनके दरबारी उस नकली कहानी को फैलाते फिरते हैं। ताजा मामला विपक्ष के सरकार से सवाल पूछने को लेकर है।''
One ‘royal’ dynasty and their ‘loyal’ courtiers have grand delusions of the Opposition being about one dynasty. A dynast throws tantrums and his courtiers peddle that fake narrative. Latest one relates to the the Opposition asking questions to the Government.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
इस ट्वीट के बाद जेपी नड्डा ने लिखा, सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार है। सर्वदलीय बैठक में जो विचार-विमर्श हुआ है वह काफी सकारात्मक रहा है। कई विपक्षी नेताओं ने अपने महत्वपूर्ण इनपुट दिए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार का पूरा सर्मथन किया है। लेकिन एक परिवार अपवाद था. कोई अनुमान लगा सकता है कि कौन सा?
It is the Opposition’s right to ask questions. The All Party Meeting saw healthy deliberations, with several Opposition leaders giving their valuable inputs. They also fully supported the Centre in determining the way ahead.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
One family was an exception. Any guesses who?
राहुल गांधी ने हाल ही में चीन के साथ सीमा विवाद से निपटने के तरीके को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की थी जिसे लेकर जेपी नड्डा ने पटलवार किया है।
जेपी नड्डा ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, एक नकारा हुआ परिवार देश का पूरा विपक्ष नहीं हो सकता है। एक परिवार के हित पूरे देश के हित नहीं हो सकते हैं। आज पूरा देश सेना के साथ खड़ा है, ये एकता दिखाने का वक्त है। अपने वंशज को बार-बार लॉन्च करना है तो कुछ देर इंतजार भी किया जा सकता है।
A rejected and ejected dynasty is NOT equal to the entire Opposition. One dynasty’s interests are not India’s interests. Today, the nation is united and supportive of our armed forces. This is the time for unity and solidarity. Relaunch of ‘the scion’ for the nth time can wait.
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
बता दें कि प्रधानमंत्री द्वारा पिछले हफ्ते बुलाए गए सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लद्दाख मुद्दे पर सरकार की नीति पर सवाल उठाई थी। जिसके बाद राहुल गांधी ने भी कई ट्वीट कर पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था।
जेपी नड्डा ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'एक परिवार के कर्मों’ की वजह से भारत ने हजारों वर्ग किलोमीटर जमीन गंवा दी। उन्होंने दावा किया कि सियाचिन ग्लेशियर, जहां आज भारतीय सेना की मजबूत मौजूदगी है, हमारे पास से लगभग चला ही गया था।। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हैरानी की बात नहीं है कि देश ने उन्हें खारिज कर दिया है।
Due to the misadventures of one dynasty:
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 24, 2020
We lost thousands of square kilometers of our land.
The Siachen glacier was almost gone.
And much more.
No wonder India has rejected them. pic.twitter.com/QOGZH7WGNd
गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 15 जून की रात भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है।
गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ चीन द्वारा निगरानी चौकी बनाए जाने का विरोध करने पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों, कील लगे डंडों, लोहे की छड़ों आदि से भारतीय सैनिकों पर हमला किया था। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए, जिसमें एक कर्नल भी शामिल थे। हालांकि चीन ने एक हफ्ते बाद माना है कि उनके भी एक कमांडिंग अफसर झड़प में मारे गए थे। लेकिन अभीतक चीन ने अपने यहां हताहत हुए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है। जबकि भारतीय सेना का दावा है कि चीन के कम से कम 45 सैनिक मारे गए हैं या हताहत हुए हैं।