झारखंड में विधानसभा की 81 सीटों पर हुए चुनाव के लिए सोमवार को मतगणना चल रही है। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और महागठबंधन (कांग्रेस-जेएमएम-राजद) के बीच है। केंद्र सरकार में एनडीए सहयोगी जदयू और लोजपा अकेले चुनाव मैदान में उतर थे।
बिहार में लोजपा, भाजपा और जदयू में गठबंधन है। लेकिन अन्य किसी भी राज्य में ये तीन पार्टी अलग-अलग चुनाव लड़ती है। बिहार में 2020 में चुनाव है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए झारखंड विधानसभा चुनाव झटका से कम नहीं है। वह अपने बल पर मैदान में उतरे थे। यह चुनाव राम मंदिर के फैसले के बाद हुआ था। भाजपा सहित एनडीए को सोचने पर मजबूर कर दिया।
अगले साल बिहार में चुनाव होने के कारण नीतीश कुमार के लिए खतरे की घंटी है। साथ ही रामविलास पासवान की लोजपा भी सकते में है। वह भाजपा से 6 सीट की मांग की थी। रामविलास पासवान और चिराग पासवान बकायदा चुनाव प्रचार भी किए थे।
झारखंड चुनाव में लालू प्रसाद यादव की लालटेन जल गई। वह 7 सीट पर चुनाव लड़ने के बाद 4 सीट पर राजद प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। अब तक मिले रुझानों के अनुसार, 30 विधानसभा सीटों पर भाजपा आगे चल रही है, वहीं विपक्षी झामुमो 24, कांग्रेस 13 और राजद 04 सीटों पर आगे है। जेवीएम (पी) तीन पर और आजसू भी तीन विधानसभा सीटों पर आगे चल रही हैं। सीपीआई-एमएल और राकांपा एक-एक सीट पर आगे हैं। राज्य में पांच चरणों में विधानसभा चुनाव हुए थे।