India Lockdown: शराब की सभी दुकानें बंद, लोग नशे की खोज में यहां-वहां भटक रहे हैं, नशा मुक्ति केंद्र शुरू हो
By भाषा | Published: April 3, 2020 03:43 PM2020-04-03T15:43:39+5:302020-04-03T15:43:39+5:30
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. एस. अलागिरि ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सरकारी तमिलनाडु राज्य विप्पणन निगम द्वारा चलायी जाने वाली शराब की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं और शराब की लत से जूझ रहे लोग नशे की खोज में यहां-वहां भटक रहे हैं।
चेन्नईः शराब पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कोविड-19 लॉकडाउन को सुनहरा मौका बताते हुए तमिलनाडु कांग्रेस ने शुक्रवार को सरकार से अनुरोध किया कि इसी अवधि में शराब की लत से जूझ रहे लोगों के लिए नशा मुक्ति केन्द्र शुरू किए जाएं और प्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या भी कम की जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. एस. अलागिरि ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सरकारी तमिलनाडु राज्य विप्पणन निगम द्वारा चलायी जाने वाली शराब की सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं और शराब की लत से जूझ रहे लोग नशे की खोज में यहां-वहां भटक रहे हैं।
तमिलनाडु में 24 मार्च शाम छह बजे से ही लॉकडाउन लागू है। यह दावा करते हुए कि तमिलनाडु में करीब एक करोड़ लोगों को शराब पीने की लत है, अलागिरि ने एक बयान में कहा कि लॉकडाउन एक ‘‘सुनहरा अवसर’’ दे रहा है और सरकार को इसका इस्तेमाल कर नशे की लत से जूझ रहे लोगों के इलाज के लिए प्रदेश में नशा मुक्ति केन्द्र खोलने चाहिए।
दिवंगत जे. जयललिता द्वारा 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान शराब बंदी के संबंध में किए गए वादों की याद दिलाते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी की सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री की शराबबंदी नीति को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अगर अन्नाद्रमुक सरकार लोगों के कल्याण को लेकर चिंतित है और जयललिता की इच्छाओं को पूरा करना चाहती है तो सरकार चरणबद्ध तरीके से शराब की सरकारी दुकानों की संख्या और शराब बिक्री से आने वाला राजस्व घटाए।’’