मैं संवैधानिक पदों पर टिप्पणी नहीं करती लेकिन कुछेक लोग (राज्यपाल) भाजपा के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैंः ममता
By भाषा | Published: November 14, 2019 05:23 PM2019-11-14T17:23:50+5:302019-11-14T17:23:50+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ नामित व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र के दायरे से आगे निकल कर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें केंद्र सरकार की जगह नहीं लेनी चाहिए। केंद्र को निश्चित रूप से इसका ध्यान रखना चाहिए।”
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करने के लिए निशाना साधते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे कुछ लोग भाजपा के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये लोग कुछ राज्यों में समानांतर प्रशासन चलाना चाहते हैं। बनर्जी ने कहा कि कुछ नामित व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र के दायरे से आगे निकल कर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें केंद्र सरकार की जगह नहीं लेनी चाहिए। केंद्र को निश्चित रूप से इसका ध्यान रखना चाहिए।”
बनर्जी ने कहा, “आम तौर पर मैं संवैधानिक पदों पर टिप्पणी नहीं करती लेकिन कुछेक लोग (राज्यपाल) भाजपा के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं। मेरे राज्य में भी, आप देख रहे हैं कि क्या हो रहा है - वे एक समानांतर प्रशासन चलाना चाहते हैं।” उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें लोगों द्वारा चुनी जाती हैं और संघीय ढांचे को संविधान के मुताबिक काम करना चाहिए।
West Bengal CM Mamata Banerjee on Maharashtra Governor imposes President's rule: There are some people who are working like a BJP mouthpiece. In my state also you have seen people trying to run a parallel govt. pic.twitter.com/xtscmOS6pA
— ANI (@ANI) November 14, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा, “उन्हें (सरकारों को) काम करने दिया जाना चाहिए।” महाराष्ट्र में मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। इससे पहले कोश्यारी ने केंद्र सरकार को भेजी रिपोर्ट में कहा था कि स्थिर सरकार का गठन मौजूदा स्थिति में असंभव है। इसे लेकर गैर-भाजपाई दलों ने आपत्ति जताई थी।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने जुलाई के अंत में कार्यभार संभाला था और उसके बाद से ही विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के साथ उनका रुख विपरीत रहा है।