आत्मनिर्भर पैकेज को अधीर रंजन चौधरी ने बताया ‘क्रूर मजाक’, कहा- राहुल गांधी की न्याय योजना होती व्यापक प्रभावी
By भाषा | Published: May 15, 2020 05:50 AM2020-05-15T05:50:04+5:302020-05-15T05:50:04+5:30
एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार का आर्थिक पैकेज प्रवासी मजदूरों की पीड़ा के साथ क्रूर मजाक है।
लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कोरोना वायरस से संबंधित राजग सरकार के आर्थिक पैकेज को एक "तमाशा’’ और करोड़ों लोगों की पीड़ा के साथ ‘‘क्रूर मजाक" बताया। इसके साथ ही उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि राहुल गांधी की प्रस्तावित न्याय योजना इस स्थिति में व्यापक रूप से प्रभावी होती।
पश्चिम बंगाल की बरहामपुर लोकसभा सीट से पांच बार के सांसद चौधरी ने 3,000 करोड़ रुपये खर्च कर एक प्रतिमा (गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी) बनवाने के लिए केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि सरकार उन लोगों की समस्याओं को दूर करने में विफल रही है जो कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में नौकरी खो चुके हैं और संकट का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 20 लाख करोड़ के आत्मनिर्भर पैकेज में कोरोना वायरस टीका अनुसंधान के लिए कोई ठोस वित्तीय प्रावधान नहीं है। पीएम केयर्स फंड में इसके टीका के लिए 100 करोड़ रुपये की मामूली रकम दी गयी है।
चौधरी ने कहा कि कोरोना टीका के लिए पर्याप्त निवेश की जरूरत है और सरकार को इस बारे में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा प्रस्तावित न्याय योजना (न्यूनतम आय गारंटी योजना) का जिक्र करते हुए कहा कि अगर मौजूदा स्थिति में इसे लागू किया जाता है तो यह योजना व्यापक रूप से प्रभावी साबित होती।
उन्होंने बाद में एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार का आर्थिक पैकेज प्रवासी मजदूरों की पीड़ा के साथ क्रूर मजाक है।