एक्सक्लूसिव: उद्धव ठाकरे सहित किसी मुख्यमंत्री को अयोध्या में बुलावा नहीं, योगी आदित्यनाथ रहेंगे अपवाद
By हरीश गुप्ता | Published: July 28, 2020 06:12 AM2020-07-28T06:12:29+5:302020-07-28T08:17:39+5:30
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों के अनुसार राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या का दौरा करने की उम्मीद है।
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमिपूजन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूद नहीं रहेंगे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसी भी मुख्यमंत्री या राज्यपाल को इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया गया है. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने लोकमत से विशेष बातचीत में यह जानकारी दी. टेलीफोन पर हुई बातचीत में आलोक कुमार ने कहा, ''विहिप,उद्धव ठाकरेजी के इस सुझाव से बेहद आहत है कि अयोध्या का भूमिपूजन कार्यक्रम वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये किया जाना चाहिए.''
उन्होंने कहा कि हालांकि ठाकरे को भूमिपूजन कार्यक्रम में नहीं बुलाने का इस बयान से कोई संबंध नहीं है. यह फैसला नीतिगत फैसला है, जिसके तहत कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए किसी भी मुख्यमंत्री को न्यौता नहीं दिया गया है. जब आलोक कुमार से पूछा गया कि क्या इसमें कोई अपवाद होगा, तो उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम में जरुर मौजूद रहेंगे. उन्होंने जरुरत पड़ने पर कुछ और ढील के भी संकेत दिए.
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी राज्यपाल को भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्यौता नहीं दिया गया है. उल्लेखनीय है कि इस वक्त देश में 12 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं. 6 अन्य राज्यों में उसकी गठबंधन के तौर पर सरकार है, लेकिन इनमें से मेजबान यूपी को छोड़कर किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री को इस ऐतिहासिक अवसर पर नहीं बुलाया गया है.
उद्धव ठाकरे के ताजा बयान पर आलोक कुमार ने कहा, ''उद्धवजी का बयान उनके विरोध को ही दर्शाता है और हमें अफसोस है कि एक वक्त श्री बालासाहब ठाकरे के नेतृत्व वाली हिंदूत्ववादी पार्टी का ऐसा पतन हुआ है.'' उन्होंने कहा कि भूमिपूजन एक अनिवार्य और पवित्र संस्कार है, जिसमें हम भूमि माता से काम शुरु करने के लिए अनुमति मांगते हैं. यह काम भला वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कैसे संभव है?