भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया (Jyotiraditya Madhavrao Scindia) ने गुरुवार (2 जुलाई) को सीएम शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और कमलाथ (kamalnath) पर निशाना साधते हुए कहा था, कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी, आप दोनों सुन लीजिए- ''टाइगर अभी जिंदा है।'' कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज (3 जुलाई) 'टाइगर जिंदा है' वाले सिंधिया के बयान पर पलटवार किय है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ''जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था, तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे। इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूं।''
एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा, शेर का सही चरित्र आप जानते हैं? एक जंगल में एक ही शेर रहता है!!
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए क्या-क्या कहा था?
-ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 15 माह के शासन में प्रदेश में भ्रष्टाचार का माहौल था और जो (कांग्रेस नेता) लोगों का चरित्र खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि ‘‘टाइगर अभी जिंदा है।’’
--ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, कांग्रेस को मैं पूर्ण रूप से जवाब दूंगा और इसमें कोई दो राय नहीं हैं। मध्य प्रदेश की जनता बहुत जागरूक है और वह अच्छी तरह से जानती है कि कांग्रेस सरकार के 15 महीनों के शासन में भ्रष्टाचार का माहौल व्याप्त था और जनता से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए।
-सिंधिया ने प्रदेश मे 24 विधानसभा सीटों के उपचुनाव की चुनौती के सवाल पर कहा, शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ने हमेशा लोगों की सेवा का रास्ता अपनाया है। मुझे पूरा विश्वास कि 24 की 24 सीटों में जनसेवकों की बीजेपी का झंडा बुलंद होगा और पूर्ण रूप से 15 महीने चली भ्रष्टों की पूर्व सरकार को जवाब मेरी जनता देगी। न्याय के रास्ते पर चलना हम सब का धर्म बनता है और अगर उसके लिए युद्ध भी करना हो तो उसके लिए प्रथम पंक्ति में ज्योतिरादित्य सिंधिया सदैव रहेगा।
मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट विस्तार पर क्या जानें क्या बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया
-ताजा मंत्रिपरिषद के विस्तार में क्षेत्रीय संतुलन नहीं करने और कई वरिष्ठ नेताओं को स्थान नहीं दिए जाने के सवाल पर सिंधिया ने कहा, वर्तमान में राजनीति में एक तरीके से सब लोगों की रुचि और इच्छा मंत्री पद के प्रति होती है।
सिंधिया ने कहा, ये मंत्री पद एक तोहफा नहीं हैं। ये मंत्री पद एक ज़िम्मेदारी हैं जो प्रदेश और राष्ट्र का नेतृत्व एक-एक जनसेवक को देता है। आज जो लोग मंत्री बने हैं, वे मंत्री कम और जनसेवक ज्यादा की भावना से कार्य करें।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, चाहे मेरे पूज्य पिता जी रहे हों या मैं हूं। न्याय का रास्ता अपनाना, सत्य का रास्ता अपनाना सदैव सिंधिया परिवार का प्रण और संकल्प रहा है।