नोटबंदी @ 3ः राहुल गांधी का ट्वीट, नोटबंदी आतंकी हमले को तीन साल गुजर गए, अर्थव्यवस्था को तबाह किया, कई लोगों की जान ली
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 8, 2019 12:59 PM2019-11-08T12:59:05+5:302019-11-08T12:59:05+5:30
गांधी ने ट्वीट किया, “नोटबंदी आतंकी हमले को तीन साल गुजर गए हैं जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, कई लोगों की जान ले ली, कई छोटे कारोबार खत्म कर दिए और लाखों भारतीयों को बेरोजगार कर दिया।”
नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर शुक्रवार को हमला बोला और नोटबंदी को “आतंकी हमला” करार देते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
आठ नवंबर 2016 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए 500 और 1,000 रुपये के नोटों के प्रचलन से बाहर किए जाने की घोषणा की थी। गांधी ने ट्वीट किया, “नोटबंदी आतंकी हमले को तीन साल गुजर गए हैं जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया, कई लोगों की जान ले ली, कई छोटे कारोबार खत्म कर दिए और लाखों भारतीयों को बेरोजगार कर दिया।”
उन्होंने हैशटैग ‘डीमोनेटाइजेशन डिजास्टर’ का प्रयोग करते हुए कहा कि इस “निंदनीय हमले” के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के समक्ष लाया जाना बाकी है। कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और उन्हें “आज का तुगलक” कहा।
It’s 3 yrs since the Demonetisation terror attack that devastated the Indian economy, taking many lives, wiping out lakhs of small businesses & leaving millions of Indians unemployed.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2019
Those behind this vicious attack have yet to be brought to justice. #DeMonetisationDisasterpic.twitter.com/NdzIeHOCqL
उन्होंने ट्वीट किया, “सुल्तान मोहम्मद बिन तुगलक ने 1330 में देश की मुद्रा को अमान्य करार दिया था। आज के तुगलक ने भी आठ नवंबर, 2016 को यही किया था।” उन्होंने कहा, “तीन साल गुजर गए और देश भुगत रहा है क्योंकि अर्थव्यवस्था ठप हो चुकी है, रोजगार छिन गया है। न ही आतंकवाद रुका और न ही जाली नोटों का कारोबार थमा है।”
सुरजेवाला ने पूछा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। उन्होंने नोटबंदी को “मानव निर्मित आपदा” बताने के लिए वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज का भारत सरकार की रेटिंग पर परिदृश्य में बदलाव करते हुए उसे घटा कर नकारात्मक किए जाने का भी हवाला दिया। सुरजेवाला ने नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर, सत्ता में बैठे लोगों की ‘‘चुप्पी” पर सवाल भी उठाए।