बीजेपी का विजयरथ रोकने के लिए सोनिया गांधी की डिनर पार्टी में पहुंचे 20 विपक्षी दलों के नेता
By कोमल बड़ोदेकर | Published: March 13, 2018 10:52 PM2018-03-13T22:52:31+5:302018-03-13T23:13:43+5:30
इस डिनर पार्टी में 20 दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था, जिसमें कांग्रेस समेत 20 राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे।
नई दिल्ली, 13 मार्च। बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने विपक्ष को एकजुट के लिए 'डिनर' की राह अपनाई है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद एक ओर जहां राहुल गांधी अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं वहीं दूसरी ओर सोनिया गांधी विपक्षी गठबंधन को मजबूत करने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में कई विपक्षी नेता मंगलवार को नई दिल्ली स्थित सोनिया गांधी के निवास पर आयोजित डिनर पार्टी में पहुंचे।
इस डिनर पार्टी में 20 दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था, जिसमें कांग्रेस समेत 20 राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे। डिनर में एनसीपी के शरद पवार और हाल ही में एनडीए से किनारा करने वाले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बहुजन समाजवादी पार्टी के नेता सतीश मिश्रा जैसे दिग्गज नेताओं ने शिरकत की।
Delhi: Sharad Yadav, NCP Chief Sharad Pawar, SP's Ramgopal Yadav, BSP's Satish Mishra at dinner hosted for opposition parties by Sonia Gandhi pic.twitter.com/M3gAwwloim
— ANI (@ANI) March 13, 2018
20 opposition parties attended today's dinner and are united, NDA is disintegrating with TDP and Shiv Sena miffed, it is due to BJP's dominating attitude: Tejashwi Yadav,RJD pic.twitter.com/49me6PJHrV
— ANI (@ANI) March 13, 2018
डिनर पार्टी के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह एक दोस्ताना बैठक है। इसमें देश के संविधान को बचाने के लिए चर्चा की गई है। केंद्र में इस समय तानाशाह सरकार है और हम इस सरकार को हटाना चाहते हैं। आज एनडीए का कोई भी सहयोगी खुश नहीं है। अकाली दल, शिवसेना, टीडीपी सभी नाराज हैं। यह बैठक तो बस एक शुरुआत है।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने एक बयान में कहा कि, यूपीए अध्यक्षा ने सौहार्द्र और मित्रता वाला भोज दिया है। सरकार जहां दीवारें खड़ी करेगी, तो हम सबसे मिलकर रहेंगे। सरकार संसद चला नहीं रही। किसान, गरीब, मज़दूर के मुद्दे पर चर्चा हो।