कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी मौतः टीवी चैनलों की डिबेट पर उठे सवाल, पार्टी ने गंभीर सवाल खड़े किए
By शीलेष शर्मा | Published: August 13, 2020 08:39 PM2020-08-13T20:39:51+5:302020-08-13T20:39:51+5:30
राजीव त्यागी की मौत के लिए टीवी चैनलों को कठघरे में खड़ा करते हुये कांग्रेस ने सवाल उठाया कि कब तक ज़हरीली डिबेट और विषैले प्रवक्ता संयम और सादगी की ज़बान की जान लेते रहेंगे।
नई दिल्लीः कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी की टीवी डिबेट के दौरान हुयी मौत के टीवी चैनलों पर होने वाली डिबेट पर कांग्रेस ने गंभीर सवाल खड़े करते हुए सोशल मीडिया पर नयी डिबेट शुरू कर दी।
इतना ही नहीं राजीव त्यागी की मौत के लिए टीवी चैनलों को कठघरे में खड़ा करते हुये कांग्रेस ने सवाल उठाया कि कब तक ज़हरीली डिबेट और विषैले प्रवक्ता संयम और सादगी की ज़बान की जान लेते रहेंगे। प्रशांत भूषण ने सवाल उठाया कि यह चैनल कब तक जान लेते रहेंगे ,भूषण ने संबित पात्रा और चैनल और ऐंकर को राजीव त्यागी की हत्या करने का दोषी बता दिया।
इधर कांग्रेस के सभी प्रवक्ता सुबह से ही मीडिया चैनलों पर हो रहीं बहसों को लेकर सवाल उठाते रहे। मोहन प्रकाश का आरोप था कि चैनल और एंकर मिल कर ऐसे विषय को बहस के लिए चुनते हैं जिससे वैमनस्य पैदा हो।
डिबेट के पैनल में उन लोगों को बुलाया जाये जो वैमनस्य फ़ैलाने में उनकी मदद कर सके, इन हालातों में कांग्रेस प्रवक्ता पर एंकर की मिली भगत से दूसरे प्रवक्ता गोल बंद हो कर उसे न केवल घेरते हैं बल्कि भद्दी भाषा से अपमानित भी करते हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बहस से टीआरपी का धंधा चलाने वाले चैनल कब तक हिन्दू -मुसलमान के विभाजन का ज़हर इस देश की आत्मा को लीलता रहेगा। सुप्रिया श्रीनाते ने टिप्पणी की " सार्वजनिक जीवन में ज़हरीली बातें कही जा रही हैं, विष घोला जा जा रहा है, उसका अंत करना ही पड़ेगा।
गौरव वल्लभ की टिप्पणी थी कि दूसरे दलों के प्रवक्ता एंकर से मिली भगत कर हमारे धर्म पर सवाल खड़े करते हैं और एंकर उनको रोकता तक नहीं। कांग्रेस ने टीवी चैनलों की डिबेट पर डिबेट शुरू कर घंटी बजा दी है जिसे लेकर शुरू हुयी बहस जल्दी ख़त्म होती नज़र नहीं आती।