पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों को लेकर दिग्विजय सिंह ने बोला हमला, कहा- कहां गए आंदोलन करने वाले बीजेपी के राष्ट्रीय नेतागण
By रामदीप मिश्रा | Published: June 10, 2020 07:09 AM2020-06-10T07:09:19+5:302020-06-10T07:09:19+5:30
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.46 रुपये से बढ़कर 73.00 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल का भाव 70.59 से बढ़कर 71.17 रुपये लीटर हो गया है। इसी को लेकर दिग्विजय सिंह ने सवाल खड़े किए हैं।
भोपालः कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते पेट्रोल-डीजल की कीमतें 82 दिनों तक स्थिर रहीं, जिसके बाद पिछले तीन दिनों से लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ईंधन के बढ़े दामों के चलते अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस के दिग्गज नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है।
दिग्विजय सिंह ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा, 'कहां हैं वे भाजपा के राष्ट्रीय नेतागण, जो डॉ मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती हुई कीमतों के कारण पेट्रोल व डीजल की कीमतों पर आंदोलन करते थे?'
दरअसल, तेल कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल की कीमत में 54 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 58 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। सरकारी तेल विपणन कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.46 रुपये से बढ़कर 73.00 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल का भाव 70.59 से बढ़कर 71.17 रुपये लीटर हो गया है। यह लगातार तीसरी दिन दरों में बढ़ोतरी है।
कहॉं हैं वे भाजपा के राष्ट्रीय नेतागण, जो डॉ मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बड़ती हुई क़ीमतों के कारण पेट्रोल व डीज़ल की क़ीमतों पर आंदोलन करते थे?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 10, 2020
पिछले तीन दिनों में बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
तेल कंपनियां हालांकि, एटीएफ और एलपीजी की कीमतों की नियमित रूप से समीक्षा कर रही थीं, लेकिन 16 मार्च से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। इससे पहले रविवार और सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 60 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। इस तरह पिछले तीन दिनों में पेट्रोल 1.74 रुपये प्रति लीटर और डीजल 1.78 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
सरकार ने 14 मार्च को बढ़ाया था उत्पाद शुल्क
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के लाभ को सोखने के लिए सरकार ने 14 मार्च को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने कीमतों की दैनिक समीक्षा रोक दी थी। इसके बाद सरकार ने छह मई को एक बार फिर पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया। इस वृद्धि के बाद पेट्रोल पर कुल उत्पाद शुलक बढ़कर 32.98 रुपये लीटर और डीजल पर 31.83 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया।
कोरोना के चलते गिरे कच्चे तेल के दाम
तेल कंपनियों ने हालांकि, उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का भार ग्राहकों पर नहीं डाला, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के साथ उसे समायोजित कर दिया गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण कच्चे तेल की कीमत अप्रैल में एक दशक के सबसे निचले स्तर पर जा पहुंची थी। भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल आयात करता है।