केंद्र सरकार ने कश्मीर को ‘विशाल जेल’ में बदल दिया, राजीव के हत्यारों की हो तुरंत रिहाईः द्रमुक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 10, 2019 05:33 PM2019-11-10T17:33:52+5:302019-11-10T17:48:01+5:30
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर केंद्र के कदम की आलोचना करते हुए एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी ने मांग की है कि केंद्र ‘‘लोगों की भावनाओं का सम्मान करे।’’ पार्टी ने अपनी आम परिषद् की बैठक में एक प्रस्ताव लाया।
तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी द्रमुक ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्र ने जम्मू कश्मीर क्षेत्र को विशाल जेल में बदल दिया है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला सहित गिरफ्तार किए गए सभी नेताओं को रिहा करने की मांग की।
जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर केंद्र के कदम की आलोचना करते हुए एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी ने मांग की है कि केंद्र ‘‘लोगों की भावनाओं का सम्मान करे।’’ पार्टी ने अपनी आम परिषद् की बैठक में एक प्रस्ताव लाया।
इस प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर विधानसभा की मंजूरी के बिना और वहां के लोगों की राय जाने बिना अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने और क्षेत्र को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने की आलोचना की गयी। साथ ही इसमें कहा गया कि आम परिषद् (बैठक) क्षेत्र को विशाल जेल में बदल डालने और लोगों से विश्वासघात करने, फारूक अब्दुल्ला जैसे नेताओं की गिरफ्तारी और उन्हें नजरबंद किए जाने की निंदा करती है।
स्टालिन की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी ने केंद्र से गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को तुरंत रिहा करने और मानवाधिकार, कश्मीरी लोगों की भावनाओं और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करने को कहा। द्रमुक ने केंद्र से मसौदा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (डीएनईपी) 2019 को वापस लेने की भी मांग करते हुए आरोप लगाया कि यह हिंदी और संस्कृत थोपने का प्रयास है।
दुरईमुरूगन, टी आर बालू, दयानिधि मारन और कनिमोई समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया।