बसों के किराए को लेकर कांग्रेस पर जमकर बरसीं मायावती, 'घिनौनी', 'कंगाली' तक कह डाला, पढ़ें बसपा सुप्रीमो का ट्वीट
By पल्लवी कुमारी | Published: May 22, 2020 11:32 AM2020-05-22T11:32:05+5:302020-05-22T11:34:48+5:30
लॉकडाउन के दौरान राजस्थान के कोटा में करीब 11 हजार छात्र उत्तर प्रदेश के थे। इन्हें यूपी सरकार ने घर पहुंचाने के लिए 560 बसें भेजी थीं। छात्रों की संख्या अधिक होने की वजह से राजस्थान सरकार ने 70 बसों का इंतजाम किया था। इन्ही बसों का किराया अब राजस्थान सरकार द्वारा मांगा जा रहा है।
लखनऊ: राजस्थान की कांग्रेस सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को 36 लाख रुपये के बिल भेजने का मामला गरमाता जा रहा है। इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ''राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12 हजार युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो मांग की है वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद है।''
2. लेकिन कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल खेल कर रही है यह कितना उचित व कितना मानवीय? 2/3
— Mayawati (@Mayawati) May 22, 2020
मायावती ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''लेकिन कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल कर रही है यह कितना उचित व कितना मानवीय?''
3. साथ ही, ’अम्फान’ तूफान के ताण्डव से खासकर पश्चिम बंगाल में जो व्यापक तबाही व बर्बादी हुई है वह अति-दुःखद। जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में खासकर केन्द्र सरकार को आगे बढ़कर हर प्रकार से राज्य को वहाँ के हालात सामान्य बनाने में मदद करनी चाहिए। 3/3
— Mayawati (@Mayawati) May 22, 2020
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''साथ ही, 'अम्फान' तूफान के ताण्डव से खासकर पश्चिम बंगाल में जो व्यापक तबाही व बर्बादी हुई है वह अति-दुःखद। जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में खासकर केन्द्र सरकार को आगे बढ़कर हर प्रकार से राज्य को वहाँ के हालात सामान्य बनाने में मदद करनी चाहिए।''
जानिए क्या है पूरा विवाद
असल में लॉकडाउन के दौरान राजस्थान में करीब 11 हजार छात्र उत्तर प्रदेश के फंसे हुए थे। इन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने घर पहुंचाने के लिए 560 बसें भेजी थीं। लेकिन छात्रों की संख्या अधिक होने की वजह से राजस्थान सरकार ने 70 बसों का इंतजाम किया था। इन्ही बसों का किराया अब राजस्थान सरकार द्वारा मांगा जा रहा है।
पत्र में RSRTC ने लिखा है कि अप्रैल 17 से 19 तक कोटा में पढ़ रहे छात्रों को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी (आगरा) और झांसी तक पहुंचाने के लिए RSRTC द्वारा बसों की व्यवस्था कर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। जिसका बचा हुआ पेमेंट 36,36,664 (छत्ती लाख छत्तीस हजार छ सौ चौसठ रुपये) इतना है। पत्र में RSRTC ने UPSRTC के लिए बैंक अकाउंट डिटेल भी दिए हैं। यह लेटर 8 मई का है लेकिन मीडिया में 21 मई को सामने आया है।