दिल्ली हिंसाः प्रकाश जावड़ेकर बोले, सोनिया गांधी ने दिसंबर में एक रैली में ‘अंतिम लड़ाई’ का आह्वान किया था, कांग्रेस और आप जिम्मेदार
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 27, 2020 03:52 PM2020-02-27T15:52:20+5:302020-02-27T15:58:54+5:30
हिंसा भड़काने की कोशिशें दो महीने से चल रही थी, सोनिया गांधी ने दिसंबर में एक रैली में ‘अंतिम लड़ाई’ का आह्वान किया था। भाजपा शांति बहाल करने के लिए काम कर रही है, हिंसा पर राजनीति करने के लिए कांग्रेस, आप की निंदा करते हैं। दो दिनों में शांति बहाल हो गई है, जांच तेज की गई है और गिरफ्तारियां हुई हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली हिंसा के लिए कांग्रेस और आप के जिम्मेदार ठहराया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विधानसभा में धर्म के आधार पर दंगा पीड़ितों की पहचान करने के बजाय आप विधायकों को शांति के लिए काम करना चाहिए।
हिंसा भड़काने की कोशिशें दो महीने से चल रही थी, सोनिया गांधी ने दिसंबर में एक रैली में ‘अंतिम लड़ाई’ का आह्वान किया था। भाजपा शांति बहाल करने के लिए काम कर रही है, हिंसा पर राजनीति करने के लिए कांग्रेस, आप की निंदा करते हैं। दो दिनों में शांति बहाल हो गई है, जांच तेज की गई है और गिरफ्तारियां हुई हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाने की बजाय विधानसभा में इन दंगों में मरने वालों का मजहब बता रहे हैं। कल सोनिया जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आज राष्ट्रपति के दरवाजे पर पहुंचे और वहां भाजपा पर दोषारोपण कर रहे हैं। ये दो दिन की हिंसा नहीं है दो महीने से लोगों को उकसाया जा रहा है।
CAA पारित होने के बाद राम लीला मैदान में सोनिया जी की रैली हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि ये आर- पार की लड़ाई है, फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार। उकसाने का काम वहीं से शुरू हुआ। 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में सोनिया जी ने कहा कि ये आर-पार की लड़ाई है, फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार।
प्रियंका ने कहा कि लाखों को बंदी बनाया जायेगा, जो नहीं लड़ेगा वो कायर कहलाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि आप डरो मत कांग्रेस आपके साथ है। किसी की नागरिकता नहीं जानी है, ये जानते हुए भी जान बूझकर ऐसी गलत बयानी और डर पैदा करना ही इसकी पृष्ठभूमि है। उकसाने का काम वहीं से शुरू हुआ।