'मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें कमलनाथ,' मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट को लेकर चल रहे सस्पेंस के बीच BJP ने उठाई मांग
By स्वाति सिंह | Published: March 16, 2020 10:26 AM2020-03-16T10:26:06+5:302020-03-16T10:42:10+5:30
मध्य प्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं इसपर संशय बरकरार है। बीजेपी कमर कस चुकी है। कमलनाथ ने देर रात राज्यपाल से बात की और कहा कि वह फ्लोर टेस्ट लिए स्पीकर से बात करेंगे। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट न हुआ तो वह राज्यपाल से विश्वास प्रस्ताव की मांग करेंगे।
मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के सस्पेंस के बीच नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर फ्लोर टेस्ट से भागने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'सरकार फ्लोर टेस्ट से भाग रही है लेकिन बीजेपी के पक्ष में काफी संख्याबल है और कमलनाथ सरकार को गिरने से कोई नहीं बचा सकता। भार्गव ने कहा कि अगर थोड़ी भी नैतिकता बची है तो कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।उधर। कमलनाथ ने फिर दोहराया कि फ्लोर टेस्ट कराने का फैसला स्पीकर को करना है।
बता दें कि मध्य प्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं इसपर संशय बरकरार है। बीजेपी कमर कस चुकी है। कमलनाथ ने देर रात राज्यपाल से बात की और कहा कि वह फ्लोर टेस्ट लिए स्पीकर से बात करेंगे। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट न हुआ तो वह राज्यपाल से विश्वास प्रस्ताव की मांग करेंगे।
देर रात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि वह फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं लेकिन बंधक बनाए गए विधायकों को छोड़ा जाए। इससे पहले मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट को उल्लेख नहीं किया गया। बीजेपी पूरा जो लगा रही है कि आज सदन में फ्लोर टेस्ट हो।
Gopal Bhargav, Leader of Opposition in Madhya Pradesh Assembly: State govt is running away from facing the floor test but it can't be saved from collapsing as a good number of MLAs are against it. Govt has been defeated morally & the Chief Minister should resign on moral ground. pic.twitter.com/p9PAI6wM88
— ANI (@ANI) March 16, 2020
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष एन।पी। प्रजापति ने कहा था कि इस बारे में मैं पहले से कुछ तय नहीं करता। यह सवाल अंधेरे में तीर मारने जैसा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उसपर सोमवार सुबह ही फैसला लिया जाएगा। वहीं, रविवार देर रात तक राजधानी में भाजपा नेता लगातार यह दावा करते रहे कि फ्लोर टेस्ट में कमलनाथ सरकार गिर जाएगी। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी बीती रात से सरकार को बचाने की रणनीति तेज कर दी।
कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर लगातार बैठकें होते रही। इस दौरान रुक-रुक कर कई मर्तबा बैठक चला। इन बैठकों में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा सहित मंत्री भी शामिल रहे।
बता दें कि बैठकों के दौर के बीच राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य लगातार इस बात का दावा करते रहे कि सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत हासिल करेगी। राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी।सी।शर्मा, वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, वन मंत्री उमंग सिंघार, खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल सहित अन्य मंत्रियों ने यह दावा किया और कहा कि कमलनाथ सरकार पूरे पांच साल चलेगी।