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मणिपुर में भाजपा सरकार खतरे में!, एन. बीरेन सिंह को समर्थन पर कोई जवाब नहीं, एनपीपी नेता बोले- इंतजार कीजिए

By भाषा | Updated: September 28, 2020 22:10 IST

गौरतलब है कि 24 सितंबर को मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान इनमें से दो विधायकों को मंत्री पद से हटा दिया गया था। मणिपुर में एन. बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल में ये चारों विधायक मंत्री थे और इन्होंने पहले तय किया था कि उनमें से किसी को भी मंत्री पद से हटाए जाने के बाद वे गठबंधन सरकार से बाहर चले जाएंगे।

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ठळक मुद्दे मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा से मिलने और मणिपुर के राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए चारों विधायक शनिवार को शिलांग गए थे।पार्टी के विधायकों ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि वे मणिपुर में भाजपा-नीत गठबंधन सरकार में बने रहेंगे या नहीं।कहा, ‘‘हम अभी कुछ नहीं कह सकते हैं (सरकार में बने रहने के संबंध में)। समय सबकुछ बताएगा।’’

इंफालः शिलांग में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कोनराड के. संगमा से मिलकर लौटे पार्टी के विधायकों ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया कि वे मणिपुर में भाजपा-नीत गठबंधन सरकार में बने रहेंगे या नहीं।

पार्टी प्रमुख और मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा से मिलने और मणिपुर के राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए चारों विधायक शनिवार को शिलांग गए थे। गौरतलब है कि 24 सितंबर को मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान इनमें से दो विधायकों को मंत्री पद से हटा दिया गया था। मणिपुर में एन. बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल में ये चारों विधायक मंत्री थे और इन्होंने पहले तय किया था कि उनमें से किसी को भी मंत्री पद से हटाए जाने के बाद वे गठबंधन सरकार से बाहर चले जाएंगे।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के पद से हटाए गए एल. जयंतकुमार सिंह ने इम्फाल पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अभी कुछ नहीं कह सकते हैं (सरकार में बने रहने के संबंध में)। समय सबकुछ बताएगा।’’ उन्होंने कहा कि एनपीपी आगामी उपचुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेगी। मंत्री पद खोने वाले एनपीपी के एक अन्य विधायक एन. कायिसी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष संगमा ने चारों से एकजुट रहने को कहा है।

मणिपुर के पांच नए कैबिनेट मंत्रियों को विभाग आंवटित किए गए

मणिपुर के पांच नए कैबिनेट मंत्रियों को रविवार को विभागों का आवंटन कर दिया गया। मुख्य सचिव राजेश कुमार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पास गृह, कार्मिक, योजना, राजस्व और उन सभी विभागों का प्रभार रहेगा जो किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं।

अधिसूचना के मुताबिक, एस राजेन को शिक्षा, मत्स्य पालन और कमान क्षेत्र विकास प्राधिकरण का जिम्मा दिया गया है जबकि टी सत्यब्रत को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जन वितरण, विधि एवं विधायी मामले, श्रम और रोजगार विभागों का प्रभार दिया गया है।

अधिसूचना के अनुसार वी वाल्टे को जनजातीय मामलों एवं पर्वत, परिवहन और सामान्य प्रशासन विभाग सौंपे गये हैं। ओ लुखोई सिंह को कृषि, पुश चिकित्सा एवं पशुपालन और पर्यटन विभाग का जिम्मा दिया गया है। वहीं ओकराम हेनरी सिंह को समाज कल्याण, सहकारिता और नगरपालिका प्रशासन, आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय सौंपे गए हैं। मुख्यमंत्री ने 24 सितंबर को नए मंत्रियों को अपनी कैबिनेट में शामिल किया था।

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