Bihar: तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कसा तंज, कहा- सीएम का अद्भुत कोरोना प्रबंधन देखिए और जात-पात से....
By एस पी सिन्हा | Published: July 20, 2020 08:16 PM2020-07-20T20:16:02+5:302020-07-20T20:16:02+5:30
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जिसका टेस्ट तक नहीं हुआ उसकी भी रिपोर्ट आ रही है और जो टेस्ट करवा रहे हैं उनकी कई दिनों तक रिपोर्ट नहीं आ रही है. हमारे राजद के कई विधायक 19 दिनों से अपनी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं पर अब तक रिपोर्ट नहीं आई.
पटना: बिहार में जारी कोरोना संकट के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर रूख अख्तियार किये हुए हैं. आज एकबार फिर से तेजस्वी यादव ने सरकार की बदइंतजामी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है. तेजस्वी यादव ट्वीट कर कहा है कि "नीतीश जी का अद्भुत कोरोना प्रबंधन देखिए और जात-पात से मिश्रित कथित विज्ञापनी सुशासन का जय- जयकारा करिए." 15 वर्ष में 57 सत्यापित घोटालों का कारनामा करने वाले ये ऐसे पेशेवर सुशासनी भ्रष्टाचारी है कि आपदा को भी अवसर में बदलते हुए संस्थागत भ्रष्टाचार से गर्दा-गर्दा कर रखे हैं.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जिसका टेस्ट तक नहीं हुआ उसकी भी रिपोर्ट आ रही है और जो टेस्ट करवा रहे हैं उनकी कई दिनों तक रिपोर्ट नहीं आ रही है. हमारे राजद के कई विधायक 19 दिनों से अपनी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं पर अब तक रिपोर्ट नहीं आई. अब तो हमें मुख्यमंत्री जी की रिपोर्ट पर भी शंका है. यहां बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद पहल करते हुए अपनी कोरोना जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर बेपरवाह, लापरवाह और गैर ज़िम्मेवार होने का आरोप लगाया है.
साथ ही उसने नैतिकता, समयनिष्ठा, सत्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता के सारे पैमाने तोड दिए हैं. जनता को सलाह दी है कि वह अपना खुद ख्याल रखे. जारी बयान में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि कोरोना के चलते बिहार में त्राहिमाम है. प्रशासन के महत्वपूर्ण लोग संक्रमित हो चुके हैं. आम आदमी की कोई सुध लेने वाला नहीं है. लोग बाढ से बेहाल हो मर रहे हैं और सूबे के मंत्री वर्चुअल रैली कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार अमानवीयता, असंवेदनशीलता और क्रूरता की सीमा पार कर चुकी है. इनके अंदर की इंसानियत मर चुकी है इन्हें राज्यवासियों की नहीं उनके वोटों की चिंता है. प्रदेशवासियों से विनती है कि स्वयं का और परिवार का ध्यान रखे. सतर्क, सावधान और सुरक्षित रहें. सरकार सोच रही है कि कुछ महीने मुट्ठी भर चीजें मु्फ्त में बांट देंगे. लेकिन जनता इनकी असलियत समझ चुकी है. ऐसे लोगों से बिहार को बचाना है. यहां उल्लेखनीय है कि सूबे में कोरोना काल के शुरू से ही तेजस्वी यादव लगातार बिहार सरकार को घेर रहे हैं.
प्रवासियों की बिहार वापसी का मुद्दा हो या फिर बिहार में बने क्वारेंटीन सेंटर की बदहाल हालात को लेकर तेजस्वी यादव लगातार बिहार सरकार पर हमलावर रहे हैं. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुपचाप कोरोना से लड़ने में जुटे हुए हैं. केन्द्रीय टीम भी बिहार पहुंची हुई है. केन्द्रीय टीम ने कोरोना जांच की रफ्तार और रिपोर्ट आने में हो रही देर को लेकर चिंता जताई है. केन्द्रीय टीम द्वारा सरकार की व्यवस्था पर असंतोष जताए जाने के बाद नीतीश सरकार की मुश्किल और भी बढ़ गई है.