बिहार: उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने किया खुलासा, 750 करोड़ का मॉल बनवा रहे हैं तेजस्वी यादव
By एस पी सिन्हा | Published: June 28, 2018 01:25 AM2018-06-28T01:25:08+5:302018-06-28T01:25:59+5:30
सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मामले से जुडे दस्तावेज भी पेश किये। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, जिंदल सेंटर, 12 भिखाजी कामा प्लेस, नई दिल्ली के हैडलिंग एंड स्टोरेज एजेंट के रूप में 2012 से काम कर रहे हैं।
पटना, 28 जून: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने नेता प्रतिपक्ष व पूरव उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ फिर नया आरोप लगाते हुए खुलासा किया है कि तेजस्वी यादव न केवल 750 करोड का मॉल ही बनवा रहे थे बल्कि करोडों के लोहे का व्यापार भी करते हैं। वे लारा एंड संस नामक के आयरन और स्टील बेचने वाले प्रतिष्ठान के भी मालिक हैं।
सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मामले से जुडे दस्तावेज भी पेश किये। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड, जिंदल सेंटर, 12 भिखाजी कामा प्लेस, नई दिल्ली के हैडलिंग एंड स्टोरेज एजेंट के रूप में 2012 से काम कर रहे हैं। जिंदल स्टील ने तेजस्वी यादव को 28 सितंबर, 2012 को रामगढ/पतरातू/आरगुल के स्टील प्लांट से निर्मित माल हेतु हैडलिंग एवं स्टोरेज एजेंट नियुक्त किया। तेजस्वी यादव ने लारा एंड संस रानीपुर खिडकी, मिर्चाइ रोड, पटना सिटी के नाम से आयरन एंड स्टील का व्यापार करने के लिए वैट का रजिस्ट्रेशन नंबर टीन- 10062264062 वाणिज्य कर विभाग के पूर्वी अंचल से प्राप्त किया।
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इसके अतिरिक्त सेंट्रल सेल्स टैक्स (सीएसटी) तथा एंट्री टैक्स का रजिस्ट्रेश्न भी प्राप्त किया गया। सुशील मोदी ने कहा कि इस व्यापार को करने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया खाता संख्या- 30295914683, पैन- एसीएसपीवाय9993जे, मोबाइल संख्या- 9473240226 का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि हैंडलिंग एजेंट हेतु निम्न शर्ते लगाई गई, जिसमें रेलवे वैगन से आने वाले लोहा को प्राप्त करना, रेलवे से माल छुड़ाकर उपयुक्त क्रेन द्वारा स्टाक यार्ड में वेज ब्रीज पर तौल कर व्यवस्थित तरीके से लोहे को रखना
मोदी ने बताया कि स्टाक यार्ड पूरी तरह से चाहरदीवारी से घिरा हो, सिक्योरिटी गार्ड तथा एस्बेस्ट्स एवं तारपोलिन से सुरक्षित होना चाहिए। इस पूरे काम के लिए सडक मार्ग से लोहा आने पर 500 रुपये प्रति टन तथा रेल मार्ग से आने पर 700 रूपये टन हैंडलिंग चार्ज दिया जायेगा। इस जेएसपीएल स्टाक याद एग्रीमेंट पर जिंदल स्टील के अधिकृत प्रतिनिधि के तौर से मे। रूपाली मेहरा पिता श्री एनके शर्मा तथा लारा एंड सन्स के मालिक के रूप में तेजस्वी प्रसाद यादव ने हस्ताक्षर किये।
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इसपर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते समय यह भी कहा गया कि तेजस्वी यादव के पास आयरन एंड स्टील के हैंडलिंग का पर्याप्त अनुभव एवं आवश्यक संरचना है। इस सहमति पत्र पर श्री भोला यादव ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किया है। जबकि इस व्यापार को करने के लिए 255 डिसमिल जमीन पर 12 फीट से ज्यादा ऊंची चाहरदीवारी का निर्माण किया गया जिस पर करोडों रुपये खर्च हुए। वहीं, अभी भी इस परिसर में क्रेन, आयरन एंड स्टील तथा अन्य उपयोगी सामान रखे हुए हैं। उन्होंने बताया कि कुछ माह पूर्व तक इस चाहरदीवारी युक्त जमीन पर लारा एंड सन्स का बोर्ड लगा हुआ था। अभी भी चाहरदीवारी पर जिंदल कंपनी का वाल पेंटींग किया हुआ है।
सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव से सवाल पूछा है कि आयरन एंड स्टील के जिंदल कंपनी के हैंडलिंग एजेंट के तथ्यों को आज तक छुपाया क्यों गया? चुनाव आयोग को दिये गये संपत्ति के ब्यौरे में इस जमीन तथा व्यापार का उल्लेख क्यों नहीं किया गया? तेजस्वी यादव जिंदल कंपनी के एजेंट के रूप में करोडों का व्यापार करते रहे परन्तु वैट के रिटर्न मे टर्नओवर शून्य दिखाते रहे। आखिर तेजस्वी यादव 22 वर्ष की उम्र में डिलाईट मार्केटिंग, एबी एक्सपोर्ट, लारा एंड सन्स, फेयरग्लो जैसी कंपनियों के मालिक कैसे बन गये?
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