भूमि पूजन: जश्न मनाने पर भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प, BJP ने कहा-बांग्लादेश मत बनाइये सीएम ममता
By भाषा | Published: August 5, 2020 08:32 PM2020-08-05T20:32:04+5:302020-08-05T20:32:04+5:30
पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह अयोध्या में भूमि पूजन के दिन लॉकडाउन लगाकर ‘‘हिन्दू भावनाओं का तिरस्कार कर रही है।’’
कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी और वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सम्प्रदायों के बीच विविधता में एकता की पुरातन परंपरा को बनाए रखने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट किया है, ''हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई! मेरा भारत महान, महान हमारा हिंदुस्तान। हमारे देश को विविधता में एकता की सदियों पुरानी विरासत को सदैव बरकरार रखना चाहिये और हमें अंतिम सांस तक इसकी रक्षा करनी है।''
इसबीच, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि वह अयोध्या में भूमि पूजन के दिन लॉकडाउन लगाकर ‘‘हिन्दू भावनाओं का तिरस्कार कर रही है।’’
घोष ने कहा, ‘‘हमें लॉकडाउन की तिथि में बदलाव का अनुरोध किया था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बंगाल में भगवान राम के श्रद्धालु बेहद साधारण तरीके से खुशियां मनाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। तृणमूल कांग्रेस ने राज्य के हिन्दुओं की भावनाओं का तिरस्कार किया है। तृणमूल आने वाले दिनों में इसकी बड़ी कीमत चुकाएगी।’’ उन्होंने बनर्जी से सवाल किया कि वह स्पष्ट करें कि मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं या नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल राम मंदिर पर आए फैसले के बाद वह चुप रही थीं। इस बार भी, वह स्पष्ट नहीं कह रही हैं कि वह मंदिर निर्माण का समर्थन करती हैं या नहीं।’’ कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य सरकार आसानी से लॉकडाउन की तारीख बदल सकती थी, लेकिन उसने भाजपा के साथ राजनीति करने की सोची।
उन्होंने कहा, ‘‘भगवा पार्टी भूमि पूजन के नाम पर जो कुछ भी कर रही है, वह भी स्वीकार्य नहीं है। भाजपा के पास भगवान राम का कॉपीराइट नहीं है।’’ माकपा नेतृत्व ने इस मामले में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया है, ‘‘वह शाम साढ़े छह बजे राज भवन में इस ऐतिहासिक दिन पर दीप जालाएंगे। राम मंदिर का भूमि पूजन सभी भारतीयों के लिए गर्व और सम्मान की बात है। ऐतिहासिक न्यायिक फैसले के कारण इंतजार खत्म हुआ।’’
लॉकडाउन के बीच राम मंदिर जश्न को लेकर पश्चिम बंगाल में कुछ जगह झड़प
अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के मौके पर बुधवार को पश्चिम बंगाल में पूर्ण लॉकडाउन के बीच जश्न मनाया गया। इस दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी मिदनापुर जिले के खादरपुर, उत्तरी 24 परगना के नारायणपुर और उत्तरी बंगाल के अलीपुरद्वार समेत कुछ जगहों से झड़प की खबरें मिली हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने खादरपुर में जुलूस निकाला, जिसे पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद झड़प हो गई।
अधिकारी ने कहा, ''मार्च को आगे बढ़ने से रोके जाने पर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।'' उन्होंने कहा कि घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। अलीपुरद्वार कस्बे में भाजपा कार्यकर्ताओं को पूर्ण लॉकडाउन के चलते भूमि पूजन आयोजित करने से रोका गया, जिससे तनाव बढ़ गया। भाजपा कार्यकर्ता ने नारायणपुर इलाके में 'यज्ञ' आयोजित करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने उन्हें रोक दिया।
पुलिस ने कहा कि उसने भीड़ को तितर-बितर करने के लिये ''बल'' प्रयोग किया। तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता तापस चटर्जी ने कहा, ''भाजपा इलाके में शांति भंग करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें रोक दिया।'' भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने न्यू टाउन आवास पर भूमि पूजन का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की बर्बरता राज्य सरकार की ''हिंदू-विरोधी मानसिकता'' को दर्शाती है।
घोष ने कहा, ''हम बीते कई दिन से पूर्ण लॉकडाउन की तारीख बदलने का अनुरोध कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। जब भगवान राम के भक्त सादगी से इस दिन का जश्न मना रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। टीएमसी सरकार ने जानबूझकर राज्य में हिंदुओं की भावनाओं का अपमान किया है।''
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा सांसद सौगत रॉय ने पटलवार करते हुए इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा, ''जश्न में कोई बाधा नहीं डाली गई, लेकिन कोविड-19 के चलते राज्य में लॉकडाउन लागू है और हम सभी को इसका सम्मान और पालन करना चाहिये।'' कोलकाता में विश्व हिंदू परिषद और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी राम मंदिर का निर्माण शुरू होने का जश्न मनाया। बागबाजार और बुड़ाबाजार जैसे इलाकों में अनुष्ठान किये गए।