राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को क्षेत्रीय पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायकों का साथ मिला है, जिन्होंने शनिवार को सीएम से मुलाकात कर अपने समर्थन की चिट्ठी सौंपी। बता दें कि बीटीपी ने राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच अपना समर्थन वापस ले लिया था, लेकिन अब फिर समर्थन की घोषणा की है। पार्टी के पास दो विधायक है।
बीटीपी के दोनों विधायकों ने स्पष्ट किया कि वे अपने पार्टी आलाकमान की अनुमति से अशोक गहलोत सरकार के समर्थन में हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उन्हें अपना समर्थन दिया है।
अशोक गहलोत ने ट्वीट में कहा, "भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दोनों विधायकों ने उनकी प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात कर और अपने मांगपत्र के साथ चर्चा कर सरकार को समर्थन देने की घोषणा की।"
राजनीतिक संकट के बीच बीटीपी विधायकों ने किया समर्थन
राज्य के मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच इन विधायकों ने पहली बार खुलकर यह बात कही है। इन विधायकों ने शनिवार को यहां कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। बीटीपी विधायक राजकुमार रोत एवं रामप्रसाद इस अवसर पर भी मौजूद थे।
इन विधायकों ने कहा कि उनके पार्टी अध्यक्ष एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राज्य की अशोक गहलोत सरकार को सशर्त समर्थन देने पर सहमति जताई है। बीटीपी के विधायक एवं प्रदेश पदाधिकारी बाद में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मिले।
बागी विधायकों पर 21 जुलाई तक कार्रवाई नहीं
राजस्थान में पिछले 8 दिनों से राजस्थान की राजनीति में मचे घमासान के बीच विधानसभाध्यक्ष द्वारा सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 कांग्रेस के विधायकों को नोटिस दिये जाने के मामले में आज हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश इन्द्रजीत मोहंती और जस्टिस प्रकाश गुप्ता की बेंच ने सुनवाई करते हुए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों को जारी किये गये नोटिस पर 21 जुलाई तक कोई भी कार्रवाई न करने के निर्देश दिये हैं।