नई दिल्लीः कांग्रेस ने आगामी असम विधानसभा चुनाव के वास्ते सोमवार को एक स्क्रीनिंग कमेटी बनायी एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को उसका अध्यक्ष नियुक्त किया।
चव्हाण कांग्रेस नेताओं के ‘ग्रुप 23’ का हिस्सा हैं जिसने पार्टी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठन में आमूल-चूल बदलाव एवं हर पद के लिए निर्वाचन की मांग की थी। पार्टी के बयान में कहा गया, ‘‘ कांग्रेस अध्यक्ष ने असम के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पृथ्वीराज चव्हाण के नेतृत्व में तत्काल प्रभाव से स्क्रीनिंग कमेटी बनायी है जिसमें कमलेश्वर पटेल एवं दीपिका पांडे सदस्य बनाये गये हैं।’’
समिति में अन्य सदस्य पदेन हैं। वे असम के पार्टी मामलों के प्रभारी कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा, विधायक दल के नेता देबब्रत सैकिया, कांग्रेस सचिव अनिरूद्ध, पृथ्वीराज प्रभाकर साठे और विकास उपाध्याय हैं। कमेटी विधानसभा चुनाव के वास्ते उम्मीदवारों की छंटनी करके केंद्रीय चुनाव समिति के पास अपनी सिफारिश भेजेगी।
गांधी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला करेगी। असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणों में चुनाव होंगे। मतगणना दो मई को होगी। कांग्रेस इस पूर्वोत्तर राज्य में सत्ता में वापसी की आस में है। वर्ष 2016 में भाजपा द्वारा बेदखल किये जाने से पहले वह 15 सालों तक राज्य में सत्तारूढ़ थी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावः कांग्रेस ने 28 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल के लिए 28 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को इस बारे में बताया। गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के कांग्रेस नेताओं को 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा के आठ चरणों में होने वाले चुनाव के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि एआईसीसी ने कोलकाता के उत्तरी, दक्षिण, मध्य और बड़ा बाजार के लिए चार पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है जबकि उत्तरी 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों के लिए दो-दो पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। कांग्रेस नेता ने बताया कि बाकी सभी जिलों के लिए एक-एक पर्यवेक्षक होंगे। राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच विधानसभा चुनाव आठ चरणों में होंगे।