असम दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी का एक और अलग अंदाज दिखा। उन्होंने चाय बागान मजदूरों से मुलाकात की और टोकरी लेकर चाय की पत्तियां भी तोड़ती नजर आईं। असम में विधानसभा चुनाव है और यहां चाय बागान के मजदूरों का मुद्दा भी छाया रहता है।
प्रियंका गांधी ने इस दौरान सदरु चाय एस्टेट में महिला मजदूरों के साथ बातचीत भी की। उन्होंने एक ट्वीट भी किया और लिखा, 'चाय बागान के श्रमिकों का जीवन सच्चाई एवं सादगी से भरा हुआ है एवं उनका श्रम देश के लिए बहुमूल्य है। आज उनके संग बैठकर उनके कामकाज, घर परिवार का हालचाल जाना और उनके जीवन की कठिनाइयों को महसूस किया। उनसे मिला प्रेम और ये आत्मीयता नहीं भूलूंगी।'
बता दें कि प्रियंका आज तेजपुर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगी। साथ तेजपुर के महाभैरव मंदिर भी जाएंगी। इससे पहले सोमवार को प्रियंका गांधी ने गुवाहाटी के कामाख्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ असम के दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की थी।
प्रिंयका सबसे पहले जलुकबारी इलाके में रुकी, जहां कांग्रेस समर्थकों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद वह नीलाचल हिल्स स्थित शक्ति पीठ के लिए रवाना हो गईं। प्रियंका यहां लाल पोशाक में नजर आईं। यह रंग शक्ति का प्रतीक भी माना जाता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि वह काफी समय से मंदिर आना चाहती थीं और ‘उनकी यह इच्छा पूरी हो गई।’
साथ ही प्रियंका सोमवार को 15वीं सदी के समाज सुधारक शंकरदेव के मुख्य अनुयायी रहे माधवदेव के जन्म स्थान (लखीमपुरी) भी गईं। प्रियंका ने दो स्थानों पर स्थानीय नृत्यांगनाओं के साथ झूमर और बिहू नृत्य भी किया।
असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणों में मतदान होगा। चुनावी नतीजों की घोषणा 2 मई को होगी। वर्तमान में यहां एनडीए की सरकार है। बीजेपी ने पिछले चुनाव में 89 सीटों पर चुनाव लड़ा थी और उसने 60 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और सिर्फ 26 सीटों पर कब्जा किया था।
(भाषा इनपुट)