असदुद्दीन ओवैसी का कांग्रेस पर हमला, 'बाबरी ढहाने में राजीव गांधी और नरसिम्हा राव का हाथ, क्रेडिट तो देना चाहिए'
By पल्लवी कुमारी | Published: July 29, 2020 02:23 PM2020-07-29T14:23:12+5:302020-07-29T14:23:12+5:30
अयोध्या (Ayodhya) में पांच अगस्त को राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) का भूमि पूजन समारोह है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले हैं। असदुद्दीन औवेसी ने पीएम मोदी के अयोध्या जाने पर कहा, देश की सरकार का कोई धर्म नहीं हो सकता। हम प्रधानमंत्री का धर्म जानते हैं अगर वो अयोध्या जाना चाहते हैं तो बतौर पीएम ना जाएं।
नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और बाबरी मस्जिद के गिराने को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। राम मंदिर के लिए अयोध्या में पांच अगस्त को भूमि पूजन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भूमि पूजन में शामिल हो सकते हैं। इस बात पर भी असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि यह पीएम की गरिमा के खिलाफ होगा। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए असदुद्दीन ओवैसीने कहा कि रामजन्मभूमि आंदोलन में कांग्रेस पार्टी गुपचुप तरीके से राष्ट्रीय स्वंय संघ (RSS) के साथ थी।
बुधवार (29 जुलाई) को किए अपने ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, हमें उन्हें क्रेडिट (श्रेय) देना चाहिए...जो इसके असली हकदार हैं। आखिरकार राजीव गांधी ने ही तो बाबरी मस्जिद के ताले फिर से खुलवाए थे। बतौर प्रधानमंत्री पीवीएन राव (नरसिम्हा राव) ने अपनी देखरेख में इसे गिरवाया था। मस्जिद ध्वस्त करने के आंदोलन में कांग्रेस अंदर ही अंदर संघ परिवार से मिली हुई थी।'
असदुद्दीन ओवैसी ने यह ट्वीट एक रिपोर्ट को रिट्वीट करते हुए किया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राम मंदिर भूमि पूजन समारोह बीजेपी और संघ (RSS) का है। जिसमें शामिल होने के लिए कांग्रेस के किसी नेता को न्योता नहीं भेजा गया है।
Let us give where credit is due. After all it was Rajiv Gandhi who reopened the locks of Babri Masjid & it was PVN Rao who oversaw its demolition as Prime Minister. Congress was hands in glove with Sangh Parivar in this movement to destroy the masjid https://t.co/dxQduoajJg
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 29, 2020
राम मंदिर भूमि पूजन में जाने को लेकर पीएम मोदी पर भी असदुद्दीन ओवैसी ने साधा निशाना
असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार को एक चैनल से बात करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का बतौर प्रधानमंत्री राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होना संविधान के धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ है।
The Prime Minister can participate in the Bhumi Pujan in his personal capacity but not in his official capacity. The Prime Minister & Government of India do not have any official religion. https://t.co/I2c5PgHWyo
— AIMIM (@aimim_national) July 28, 2020
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नरेंद्र मोदी का धर्म हो सकता है लेकिन एक प्रधानमंत्री का कोई भी धर्म नहीं होता है। ऐसे में पीएम मोदी अपनी धर्म में आस्था को लेकर राम मंदिर भूमि पूजन में शामिल होते हैं तो वह संविधान के नियमों के खिलाफ होगा।
ओवैसी ने कहा, आधिकारिक तौर पर भूमि पूजन में हिस्सा लेना प्रधानमंत्री की संवैधानिक शपथ का उल्लंघन होगा। धर्मनिरपेक्षता ही संविधान की मूल भावना है।
Attending Bhumi Pujan in official capacity will be a violation of @PMOIndia‘s constitutional oath. Secularism is part of the Basic Structure of Constitution
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 28, 2020
We can’t forget that for over 400 years Babri stood in Ayodhya & it was demolished by a criminal mob in 1992 https://t.co/qt2RCvJOK1
असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर कहा है कि हम भूल नहीं सकते हैं कि 400 साल तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद खड़ी रही थी और उसे 1992 में अपराधी भीड़ ने ढहा दिया था।'