संसद के मानसून सत्र से पहले कराया जाएगा सभी सदस्यों का कोरोना वायरस का टेस्ट, डिजिटल माध्यम से दर्ज होगी उपस्थिति
By सुमित राय | Published: September 10, 2020 04:31 PM2020-09-10T16:31:58+5:302020-09-10T16:31:58+5:30
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 14 सितंबर से हो रही है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए सत्र में कई अहम बदलाव किए गए हैं।
नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है और बीच 14 सितंबर से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र को लेकर सरकार ने कमर कस ली है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार को बताया कि सत्र से पहले सभी सदस्यों का कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा और सांसदों की उपस्तिति एक मोबाइल ऐप से जरिए दर्ज की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस बार 62 प्रतिशत कामों को डिजिटल बना दिया गया है।
लोकसभा लध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "हम अंततः 100 प्रतिशत डिजिटल हो जाएंगे। संसद के इतिहास में पहली बार सभी सदस्यों ने ऑनलाइन माध्यम से अपने प्रश्न भेजे हैं। हमने अपने 62 प्रतिशत कामों को डिजिटल बना दिया है।"
उन्होंने आगे कहा, "सभी सदस्य कोविड-19 परीक्षण से गुजरेंगे। सांसदों की उपस्थिति एक मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज की जाएगी। सत्र 14 सितंबर से शुरू होगा। महामारी के बीच यह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हम खुद को उन लोगों के लिए साबित कर सकते हैं जिनके प्रति हम जवाबदेह हैं।"
All members will undergo #COVID19 testing. Attendance of parliamentarians will be recorded through a mobile app. Session will commence from Sep 14. It's challenging for us amid pandemic but we've to prove ourselves to people to whom we are accountable: Lok Sabha Speaker Om Birla https://t.co/2ZvV1f9J8p
— ANI (@ANI) September 10, 2020
14 सितंबर से शुरू होने जा रहा है संसद का मानसून सत्र
बता दें कि इस साल संसद का मानसून सत्र कोरोना वायरस महामारी के कारण देरी से शुरू हो रहा है और इस बार मानसून सत्र की शुरुआत 14 सितंबर से होगी, जो 1 अक्टूबर तक चलेगा। कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए सत्र में कई अहम बदलाव किए गए हैं।