MP की राजनीति पर बोले अजित पवार, हमारी सरकार में 'सिंधिया जैसी' कोई शख्सियत नहीं, गलती के लिए कोई माफी नहीं है
By भाषा | Published: March 14, 2020 09:15 AM2020-03-14T09:15:36+5:302020-03-14T09:15:36+5:30
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कमलनाथ सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। सिंधिया के साथ-साथ मध्य प्रदेश में 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
मुंबई: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले साल राकांपा में अपनी बगावत के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उस वक्त उन्होंने हद पार की थी लेकिन वह वापस आ गए और अब वह यहां अडिग हैं। पिछले वर्ष नवंबर में अजित ने तत्कालीन भाजपा मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ हाथ मिलाया था उप मुख्यमंत्री बने थे। अजित के इस कदम से न सिर्फ उनकी पार्टी बल्कि सभी राजनीतिक दल हैरान रह गए थे।
बहरहाल, यह सरकार महज 80 घंटे टिकी। वह वापस राकांपा लौट गए और शिवसेना नीत सरकार में मंत्री बने। अजित ने अतीत की बातों को याद करते हुए विधानसभा में कहा,‘‘जो भी मैंने किया खुले आम किया। मैंने सीमा लांघी और वापस आ गया। अब मैं यहां पूरी तरह से अडिग हूं।’’ पवार ने विधानसभा में बजटीय मांगों पर चर्चा के दौरान यह बात कही।
एमवीए सहयोगी दलों में 'ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसी' कोई शख्सियत नहीं : अजित पवार
अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ सहयोगी दल में ''ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसी'' कोई शख्सियत नहीं है. उन्होंने भाजपा को अपने उन विधायकों पर नजर रखने के लिए कहा जो विधानसभा में मौजूद नहीं हैं. बजट मांगों पर अपने जवाब में वित्त मंत्री पवार ने भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार के गुरुवार को सदन में उस आश्चर्यजनक खुलासे पर भी टिप्पणी की कि उनकी पार्टी ने पिछले साल सहयोगी दल शिवसेना को धोखा दिया था तथा यह एक भूल थी.
पवार ने मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की ओर देखते हुए कहा, ''गलती के लिए कोई माफी नहीं है.'' इस पर सदन में ठहाके लगे. उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) में ''ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसी कोई शख्सियत'' नहीं है. उन्होंने भाजपा से अपने विधायकों पर नजर रखने के लिए कहा. क्योंकि उसकी खुद की पार्टी में ऐसा व्यक्ति हो सकता है. पवार ने विपक्ष से कहा,''बेहतर होगा कि आप उन लोगों पर नजर रखें जो अभी विधानसभा में मौजूद नहीं हैं.'' मुनगंटीवार ने गुरुवार को विधानसभा में कहा था कि मध्य प्रदेश की तरह महाराष्ट्र में भी एक सिंधिया होगा.