ममता बनर्जी के चोटिल होने पर पश्चिम बंगाल सरकार ने चुनाव आयोग को भेजी रिपोर्ट, जानें रिपोर्ट में लिखी मुख्य बातें
By अनुराग आनंद | Published: March 13, 2021 07:15 AM2021-03-13T07:15:15+5:302021-03-13T07:17:21+5:30
नंदीग्राम सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार के दौरान 10 मार्च को पूर्वी मेदिनीपुर जिले में बिरूलिया बाजार में बनर्जी चोटिल हो गयी थीं।
कोलकाता: नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चोटिल होने पर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चुनाव आयोग को भेजी गयी रिपोर्ट में ‘‘चार-पांच लोगों’’ के हमले का जिक्र नहीं किया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने इस बारे में बताया।
हालांकि, उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर भारी भीड़ की मौजूदगी का हवाला दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां पर घटना हुई वहां का कोई स्पष्ट फुटेज उपलब्ध नहीं है। नंदीग्राम सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार के दौरान 10 मार्च को पूर्वी मेदिनीपुर जिले में बिरूलिया बाजार में बनर्जी चोटिल हो गयी थीं।
ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि ‘‘चार-पांच’’ लोगों के धक्के में वह चोटिल हो गयी थीं
बनर्जी ने आरोप लगाया था कि ‘‘चार-पांच’’ लोगों के धक्के में वह चोटिल हो गयी थीं। जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘इलाके में एक दुकान में सीसीटीवी लगा था लेकिन वह काम नहीं कर रहा था। स्थानीय लोगों, प्रत्यक्षदर्शियों की मिली-जुली राय आयी है। इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है।’’ घटना के बाद चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और राज्य के लिए नियुक्त दो पर्यवेक्षकों से एक रिपोर्ट मांगी थी।
चुनाव आयोग के अधिकारी ममता बनर्जी को चोट लगने के मामले में दिए गए रिपोर्ट पर चर्चा कर रहे हैं-
रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से यह भी नहीं बताया गया कि क्या कुछ लोगों ने जानबूझकर ममता की कार का दरवाजा बंद किया था। रिपोर्ट में कार के पास लोहे के खंभे के होने का उल्लेख है, लेकिन यह नहीं साफ हुआ कि क्या उसी पोल से रगड़ खाने के कारण दरवाजा बंद हुआ या फिर कोई और वजह रही। फिलहाल, इस रिपोर्ट पर चुनाव आयोग के अधिकारी चर्चा कर रहे हैं।
(एजेंसी इनपुट)