1 / 6आमलकी एकादशी व्रत 14 मार्च, सोमवार को रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार आमलकी एकादशी व्रत प्रति वर्ष फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष की एकादशी को रखा जाता है। इस दिन आंवला के वृक्ष की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन जो व्यक्ति आंवले के वृक्ष की पूजा करता है उसे भगवान विष्णु सुख-संपन्नता का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। मान्यता है कि आमलकी एकादशी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में धन-वैभव और सुख-समृद्धि मिलती है।2 / 6आमलकी एकादशी के दिन घर में आंवले का वृक्ष लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि यह उपाय करने से कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलती है और धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है। उसके जीवन में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं आती है। 3 / 6आमलकी एकादशी के दिन स्नान ध्यान करने के पश्चात आंवले के वृक्ष को स्पर्श करके प्रणाम करें, और विष्णु जी की ध्यान करते हुए अपनी मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद मांगें ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। किसी भी कार्य में दोगुनी सफलता मिलेगी।4 / 6आमलकी एकादशी के दिन तुलसी पूजा करें। शाम के समय मां तुलसी के समीप शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इस दिन ऊँ वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें और तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।5 / 6आमलकी एकादशी के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करें। शास्त्रों के अनुसार, पीपल में भगवान विष्णु जी का वास माना जाता है। इस दिन पीपल का पौधा लगाने और उसमें नियमित रूप से जल चढ़ाने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।6 / 6एकादशी के दिन गरीब लोगों को पीले रंग के वस्त्र, अनाज और फल दान करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा सदैव बनी रहती है और जीवन में कभी भी सुख की कमी नहीं रहती है।