1 / 7अगर आप अपने बच्चे के साथ कहीं बाहर गए हैं, कोई फिल्म देखने या फिर किसी ट्रिप पर। तो घर लौटने पर अपने बच्चे से उस फिल्म या जगह के बारे में सवाल करें। जगह कैसी थी? वहां क्या-क्या देखा? फिल्म में कौन था? हूं जिस हॉल में बैठे थे वहां की सीट कैसे थी? इंटरवल में हमने क्या खाया था? इस तरह के सवाल बच्चों को पूरे दिन की याद दिलाएंगे, वे अपने दिमाग पर जोर डालेंगे और उनके दिमाग की कोशिकाएं तेजी से काम करेंगी।2 / 7शब्दों के खेल खेलें छोटी क्लास से ही बच्चों को स्कूल में अंग्रेजी सीखने पर जोर दिया जाता है। आज के कम्पटीशन को देखते हुए सभी पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे की अंग्रेजी में पकड़ अच्छी हो। A, e, i, o, u ये इंग्लिश Vowels (वोवेल्स) हैं, इन्हें बच्चों को अच्छे-से समझ लेना चाहिए।3 / 7ऐसा करने में पेरेंट्स उनकी मदद कर सकते हैं। एक पेपर पर अंग्रेजी के कुछ अल्फाबेट लिखें और अपने बच्चे से कहें कि इनमें से वे अल्फाबेट काट दें जो वोवेल्स नहीं है। इस तरह की एक्टिविटी से वे जल्दी वोवेल्स सीख जाएगा। 4 / 7नंबर गेम्स भी खेलें कई बार स्कूल से ऐसा होमवर्क मिलता है जिसमें बच्चों को कई अंक याद करने होते हैं। अमूमन बच्चों को इन्हें याद करने में परेशानी होती है। वे अंक भूल जाते हैं। तो आप उनके साथ नंबर गले खेलें। उनके सामने दिन में कई बार ऐसे नंबर बोलें जिसमें उन नंबरों का कई दफा प्रयोग हो जिन्हें उसे याद रखना है। इस तरह उसे वह नंबर याद हो जायेगा।5 / 7बच्चों को एक्टिव बनाने और साथ ही उनके दिमाग को तेज करने का बहुत अच्छा तरीका है घर के काम कराना। उन्हें रसोई के काम में शामिल करें। जब आप कुछ बना रही हों तो उन्हें जरूरत की चीजें आपको पकड़ाने को कहें। फिर बाद में वापिस उन सब चीजों को उनकी सही जगह पर रखने को कहें। इस तरह से उनके ब्रेन सेल्स काम करेंगे, कौन सा सामान कहां रखा था यह उन्हें याद रहेगा। 6 / 7अक्सर बच्चों के कमरे में या घर में इधर उधर खिलौने फैले रहते हैं। जिन्हें बाद में पेरेंट्स ही संभालते हैं। लेकिन खुद इस सामान को सही जगह पर ना रख कर आप अपने बच्चों से कहें। कौन सा खिलौना, या किताब कहां रखी जाती है, उन्हें यह सब याद हो जायेगा। उन्हें कहें कि अगली बार आप उन्हें यह सब बताएंगे नहीं, उन्हें खुद ही रखना है, इस तरह उनके दिमाग में वे सभी जगह बैठ जाएंगी जहां से उन्हें सामान लेना है और फिर वापिस रखना भी है।7 / 7बच्चों को रोजाना एक जैसा खाना न दें और उनके खाने-पीने में बदलाव करते रहें। उन्हें फल, हरी सब्जियां और प्रोटीन से भपूर खाने की चीजें दें। इसके अलावा उन्हें ड्राई फ्रूट्स और विटमिन सी भरपूर चीजें खाने को दें।