1 / 8गर्मी के मौसम स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए फालसे के रस का सेवन करना शरीर के लिए टॉनिक का काम करता है। यह पित्त की समस्याओं को दूर करता है और पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है।2 / 8अगर आपको खून की कमी के कारण एनीमिया रोग हो गया है तो इसे खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है और एनीमिया से बचाव होता है।3 / 8विटामिन सी से भरपूर यह खट्टा-मीठा रफल खांसी-जुकाम को रोकने और गले में होने वाली समस्याओं से निजात पाने के लिए काफी प्रभावशाली है।4 / 8विटामिन सी और खनिज तत्वों से भरपूर फालसा के सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रहता है।5 / 8यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ साइकोलॉजी हेल्थ एंड सोसायटी द्वारा किए गए एक ताजा अध्ययन में पाया कि वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों ने 12 हफ्ते तक रोजाना सूखे प्लम खाकर लगभग 2 किलो वजन कम कर लिया था। प्लम ऊर्जा का बेहतर स्त्रोत हैं। ये देरी से पचते हैं और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देते।6 / 8इसमें मौजूद हाई पोटेशियम से ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने में मदद मिलती है। सौ ग्राम सूखे प्लम में 745 मिलिग्राम पोटेशियम पाया जाता है। अहमद टी और उनके सहयोगियों ने अपने एक अध्ययन में पाया कि सूखे प्लम को भिगोकर उसकी केवल एक खुराक खाने वाले मरीजों को ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद मिली थी।7 / 8प्लम में हाई फाइबर होने की वजह से ये लीवर डिसऑर्डर के इलाज में भी सहायक हो सकता है। लीवर सेल्स डैमेज होने की वजह से लीवर एंजाइम का लेवल बढ़े लोगों पर एक अध्ययन किया गया। इन लोगों को तीन सूखे प्लम दिए, जिन्हें रातभर पानी में भिगोकर रखा गया था। आठ हफ्ते बाद ये परिणाम देखने को मिला कि इन लोगों को लीवर की बीमारियों में फायदा हो रहा था।8 / 8सूखे प्लम बोरान का बेहतर स्त्रोत है जिससे हड्डियों के घनत्व में सुधार में मदद मिलती है। नेचुरल मेडिसीन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सूखे प्लम खाने से पुर बोन मिनरल डेनसिटी के रोगियों में बोन टर्नोवर मार्कर के सीरम का लेवल कम हो गया था।