Milk price: अमूल और मदर डेयरी ने दिया झटका, कल से 2 रुपये लीटर महंगा मिलेगा दूध, जानें नए रेट

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 16, 2022 03:11 PM2022-08-16T15:11:11+5:302022-08-16T15:15:18+5:30

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गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) ने अपने गोल्ड, ताजा और शक्ति दूध ब्रांड की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की है। जीसीएमएमएफ अमूल ब्रांड के तहत अपने डेयरी उत्पादों का विपणन करती है। जीसीएमएमएफ ने मंगलवार को बयान में कहा कि नई कीमतें बुधवार से प्रभावी होंगी।

मदर डेयरी ने दिल्ली-एनसीआर में दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का फैसला किया है। नयी कीमतें बुधवार से लागू होंगी। उत्पादन और अन्य लागत में वृद्धि के कारण मदर डेयरी ने दूध के दाम बढ़ाने का फैसला किया है। मदर डेयरी ने इससे पहले मार्च में दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।

आणंद-मुख्यालय वाले महासंघ ने कहा, ‘‘जीसीएमएमएफ ने गुजरात के अहमदाबाद और सौराष्ट्र क्षेत्रों, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल, मुंबई और अन्य बाजारों में दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने का फैसला किया है।’’ बयान में कहा गया है कि अहमदाबाद और सौराष्ट्र के बाजारों में अब 500 मिलीलीटर अमूल गोल्ड की कीमत 31 रुपये, अमूल ताजा की कीमत 25 रुपये और अमूल शक्ति की कीमत 28 रुपये होगी।

मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर बाजार की अग्रणी दूध आपूर्तिकर्ताओं में से है और पॉली पैक एवं वेंडिंग मशीनों के माध्यम से प्रति दिन 30 लाख लीटर से अधिक दूध की बिक्री करती है। मदर डेयरी के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि कंपनी 17 अगस्त, 2022 से दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने के लिए ‘‘बाध्य’’ है।

नई कीमतें सभी दूध के पैक पर लागू होंगी। फुल क्रीम दूध की कीमत बुधवार से 59 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 61 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। टोंड दूध की कीमत बढ़कर 51 रुपये और डबल टोंड दूध की कीमत 45 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी। गाय के दूध की कीमत बढ़ाकर 53 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है।

थोक वेंडेड दूध (टोकन दूध) की कीमत 46 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 48 रुपये कर दी गई है। अधिकारी ने कहा कि पिछले पांच माह में कंपनी की लागत में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि किसानों से दूध की खरीद की लागत 10-11 प्रतिशत बढ़ गई है।।

इसी तरह, गर्मी मौसम के लंबा खिंचने के कारण मवेशियों के चारे की लागत में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। अधिकारी के अनुसार, किसानों से खरीद की लागत में हुई वृद्धि का आंशिक बोझ ही उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। कंपनी बिक्री से होने वाली कमाई का लगभग 75-80 प्रतिशत किसानों से दूध खरीदने पर करती है।