अब ऐप से करें अपना पर्सनल फाइनेंस मैनेज
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 3, 2018 04:59 PM2018-01-03T16:59:42+5:302018-01-04T07:34:33+5:30
स्मार्टफोन से आप अपना अकाउंट बड़ी आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
आजकल स्मार्टफोन का चलन इतना बढ़ गया है कि हर किसी के हाथ में एक स्मार्टफोन है। इसकी वजह से पहले ही हमें ढेर सारी सुविधाएं मिली पर पर यह जानकर आपको और भी ज्यादा खुशी होगी अब स्मार्टफोन के जरिये आप अपने बिल ट्रैक कर सकते हैं और बजट बना सकते हैं। इन ऐप की मदद से हम इनकम और खर्च दोनों का अच्छे से हिसाब रख सकते हैं।
गुड बजट
गुड बजट बजट एक ऐसा ऐप है जिसके जरिय घर के बजट की प्लानिंग की जा सकती है। यह ऐप डेस्प्रिंग टेक्नोलॉजी का बनाया है जो हर महीने एक फिक्स अमाउंट रखता है। इससे रियल टाइम में मौजूदा पैसों का हिसाब रखता है। इसकी मदद से आप अपने मंथली बजट को डिवाइड कर सकते हैं और ये भी जान सकते हैं कि हर महीने ज्यादा रकम कहां खर्च कर रहा है। इसके साथ-साथ इसमें एक और फीचर है जिसके जरिये आप किसी खर्च के लिए समय भी फिक्स कर सकते हैं। ये ऐप ऑटोमेटिक तरीके से सभी डिवाइस पर सिंक हो जाता है। इसका डेटा गुडबजट की वेबसाइट पर बेकअप हो जाता है। ये आपके फाइनेंस को ट्रैक करने का अच्छा ऑप्शन है। गुडबजट ऐप एंड्राइड, आईओएस और वेब पर उपलब्ध है।
एंड्रोमनी
इस एप्लीकेशन के जरिये हम बेहतर तरीके से अपने पर्सनल फाइनेंस को मैनेज कर सकते हैं। ये ऐप एंड्राइड प्ले स्टोर और आईओएस पर उपलब्ध है। इसमें डेली अकाउंटिंग, कैटेगरी मैनेज करने और विस्तार से रिपोर्ट भी बनाई जा सकती है, जिसे एंड्रो मनी मैनेज करता है। इस ऐप के जरिये एक से ज्यादा अकाउंट आसानी से खोले जा सकते हैं। इस ऐप को ड्रॉप बॉक्स या गूगल डॉक्यूमेंट के जरिये दूसरे डिवाइस पर सिंक किया जा सकता है, साथ इसके हाईआर्की में कैटेगरी बना सकते हैं। इसमें पासवर्ड प्रोटेक्शन भी है। ऐप में इनकम और खर्च का ट्रेंड, ग्राफ और बार चार्ट बनाए जा सकते हैं।
मेवेलोप्स
मेवेलोप्स के जरिये हम अपने बजट पर और महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं। यह ऐप हमें रियल टाइम जानकारी देने के साथ-साथ इसे ऑपरेट करना भी बहुत आसन है। यह गूगल प्ले और ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह बहुत आसानी से आपके बैंक अकाउंट से सिंक हो जाता है। यह ऐप डायरेक्ट आपके बैंक में हुए क्रेडिट और डेबिट ट्रांजेक्शन का हिसाब रखता है इसलिए यहां पर सिक्योरिटी को बहुत गंभीर तौर पर लिया जाता है। जब आप अपना अकाउंट बनाते हैं तो यह आपसे कई तरह के सवाल पूछकर आपकी मंजूरी लेता है। एक बार सिंक होने के बाद ये आपकी इनकम के बारे में पूछता है और फिर अलग-अलग जरूरतों के लिए बजट के फोल्डर बनाता है।