मोदी सरकार का झटका, नए वित्त वर्ष में PPF, NSC एवं सुकन्या सहित कई बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कर सकती है कटौती

By स्वाति सिंह | Published: March 20, 2020 07:22 AM2020-03-20T07:22:31+5:302020-03-20T07:22:31+5:30

मोदी सरकार ने 31 दिसंबर, 2019 को पीपीएफ और एनएससी जैसी छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7.9 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया था, जबकि 113 महीनों की परिपक्व वाले किसान विकास पत्र की दर 7.6 प्रतिशत रखी गई थी।

Modi government's blow could cut interest rates for savings schemes, including PPF, NSC and Sukanya, in the new financial year | मोदी सरकार का झटका, नए वित्त वर्ष में PPF, NSC एवं सुकन्या सहित कई बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कर सकती है कटौती

छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है।

Highlightsमोदी सरकार आगामी तिमाही में छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। इससे रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों को घटाने का रास्ता साफ होगा।

मोदी सरकार आगामी तिमाही में छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कटौती करने पर विचार कर रही है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। ऐसा माना जा रहा है कि इससे रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों को घटाने का रास्ता साफ होगा। सरकार ने मौजूदा तिमाही के दौरान बैंक जमा दरों में कमी के बावजूद सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) जैसी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती नहीं की थी। 

बैंकरों की शिकायत रही है कि छोटी बचत योजनाओं पर अधिक ब्याज दर के चलते वे जमा दरों में कटौती नहीं कर पाते हैं और ऐसे में कर्ज भी सस्ता नहीं हो पाता है। इस समय एक साल की परिपक्वता वाली बैंकों की जमा दर और छोटी बचत दर के बीच लगभग एक प्रतिशत का अंतर है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ब्याज दर में कटौती के बारे में निर्णय करेगी और कोरोना वायरस से उपजी चुनौतियों से निपटने के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जाएगा। 

छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को तिमाही आधार पर संशोधित किया जाता है। सरकार ने 31 दिसंबर, 2019 को पीपीएफ और एनएससी जैसी छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों को चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 7.9 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया था, जबकि 113 महीनों की परिपक्व वाले किसान विकास पत्र की दर 7.6 प्रतिशत रखी गई थी। सरकार ने कहा था कि जनवरी-मार्च 2020 तिमाही के दौरान सुकन्या समृद्धि योजना 8.4 प्रतिशत की दर से प्रतिफल देंगी। 

Web Title: Modi government's blow could cut interest rates for savings schemes, including PPF, NSC and Sukanya, in the new financial year

पर्सनल फाइनेंस से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे